
देखें कैसे 4 घंटे ठंड में भीगकर नदी पार कर रहे यात्री
गुरदासपुरः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सख्ती के बाद देर रात तीसरे विमान के जरिए 112 भारतीय यात्रियों को डिपोर्ट करके भेजा गया। लेकिन डिपोर्ट किए सिख यात्रियों की पगड़ियां उतरने का मामला सामने आया है। इस घटना की एसजीपीसी ने कड़ी निंदा की है। बिना पगड़ियों के डिपोर्ट होकर आए यात्रियों को एसजीपी द्वारा पगड़ियां दी गई। उनमें से एक गुरविंदर सिंह भी शामिल है, जोकि आज सुबह ही गांव पहुंचा।
गांव नंगल लमीन पहुंचे गुरविंदर सिंह ने पनामा के जंगलों को नाव से पार करने का वीडियो जारी किया है। इस मामले को लेकर गुरविंदर ने कहा कि धोखे से डंकी लगाकर भेजने वाले ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जानी चाहिए। दरअसल, आज वापिस लौटे यात्रियों में 6 गुरदासपुर के यात्री शामिल थे। गुरविंदर ने बताया कि वह 50 लाख रुपए लगाकर अमेरिका गया था और 6 माह के अंदर ही उसे डिपोर्ट कर दिया गया।
जिले में पहुंचे 3 युवकों के परिजनों से जब संपर्क किया गया, तो उनमें से 2 के परिजन और युवक मीडिया के सामने कोई भी जानकारी साझा करने को तैयार नहीं था। गुरविंदर सिंह ने पनामा के जंगलों का वीडियो पेश किया। जिसमें वे 4 घंटे तक ठंड में वह एक दरिया पार कर रहे है और फिर घुटनों तक गहरे पानी और कीचड़ में चल रहे हैं। पीड़ित ने मांग की है कि डंकी लगाकर भेजने वाले एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। गुरविंदर ने कहा कि इस बार जब उनका जहाज अमृतसर में उतरा गया तो जहाज में सिख युवा ते उनके सिर पर पगड़ी नहीं थी, उन्हें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से पगड़ी दी गई।