जालंधर, ENS: बस्तियात इलाके नशे की चपेट मे आने से एक परिवार ने घर के चिराग को खो दिया। मृतक की पहचान पारस भगत के रूप में हुई है। मृतक के परिजनों ने हिंदू नेताओं के साथ मिलकर आज बस्तीयाद नहर के पास धरना लगाया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले काजी मंडी नशे को लेकर चर्चा में रहता था, लेकिन अब भार्गव कैंप नशे का गढ़ बन गया है। लोगों का आरोप है कि पिछले 6 दिनों में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी के चलते देर रात 20 वर्षीय युवक की नशे के चलते मौत हो गई।
लोगों का कहना है कि पहले दूसरी सरकारों के चलते नशे से लोग परेशान थे, जिसके बाद इस बार लोगों ने आप पार्टी को समर्थन देकर सरकार बनाई। उन्होंने प्रशासन से अब नशे को खत्म करने की अपील की है, उन्होंने कहा कि बच्चों को नशे से दूर करने के लिए किसी ना किसी तो कदम उठाना पड़ेगा, जिसके चलते अब इलाका निवासियों सहित विभिन्न पार्टियों के बिना किसी सत्ता विरोधी के चलते नशे के मुद्दे पर इकट्ठे हुए है। उन्होंने कहा कि यह भार्गव कैंप का मुद्दा नहीं बल्कि यह पंजाब का मुद्दा है। लोगों ने कहा कि पुलिस चाहे तो नशे पर सख्ती से कार्रवाई करते हुए खत्म कर सकती है। आरोप है कि कुछ काली भेडे प्रशासन से साथ मिलकर नशे का कारोबार कर रही है।
ऐसे में आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए नशे को खत्म करने के लिए आज से हमें शुरुआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आप पार्टी भी सत्ता में नशे को खत्म करने के वादे को लेकर सत्ता में आई थी। आजाद पार्षद लकोतरा ने कहा कि हाल ही में 3 हजार करोड़ रुपए का नशा गुजरात में पकड़ा गया था। उन्होंने कहा कि आए दिन पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ कार्रवाई की जाती है, लेकिन नशे के खिलाफ क्या प्रशासन को नहीं पता कि किस इलाके में नशा बिक रहा है। वहीं अन्य व्यक्ति ने कहा कि मंगू बस्ती और भार्गव कैंप में सरेआम नशा बिक रहा है।
इसको लेकर व्यक्ति ने कहा कि उसके इलाके में ऐसे बाप बेटा है जो रोजाना नशे करते है। व्यक्ति ने कहा कि इस मामले को लेकर वह 10 बार थाने जाकर शिकायत दे चुका है कि दोनों घर में नशा ना मिलने के कारण तोड़फोड़ करते है, उन्हें किसी अस्पताल में भर्ती करवा दिया जाए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। वहीं एक अन्य मामले को लेकर कहा कि महिला विधवा है और बेटा नशे का आदी है। मोहल्ले में आए दिन कुछ नौजवान आते है जो नशा करते है और नशा बेचते है। इलाका निवासी इतने परेशान हो गए है कि वह खुद अपने परिजनों के खिलाफ पर्चा दर्ज करने की गुहार लगा चुके है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।