चंडीगढ़ः अपनी मांगों को लेकर किसान लगातार धरने पर बैठे हुए हैं और दिल्ली जाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। वहीं पिछले 16 दिनों से किसान नेता जगजीत डल्लेवाल आमरण अनशन पर बैठे हुए है। बताया जा रहा है कि उनकी सेहत लगातार बिगड़ रही है और उनका वजन भी काफी कम हो चुका है। इसी को लेकर किसान नेता डल्लेवाल की अरदास के लिए गुरुद्वारा साहिब पहुंचे है। वहीं डॉक्टरों द्वारा उनकी सेहत की जांच भी की जा रही है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की नाजुक हालत को देखते हुए आज डॉक्टरों ने उनके वाइटल पैरामीटर्स पर लगातार नजर बनाए रखने के लिए मशीनें इस्तेमाल करनी शुरू कर दी हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल जी की तबीयत कभी भी कंट्रोल से बाहर हो सकती है। ऐसे में किसान नेता सरवन सिहं पंधेर ने हर धर्म के लोगों से मंदिर, गुरुद्वारा, मस्जिद में जगजीत डलेवाल की सेहत और किसानी आंदोलन की जीत को लेकर अरदास करने की अपील की है। दूसरी ओर किसान जहां सरकार से वार्ता का भी इंतजार कर रहे हैं। वहीं, अब 14 दिंसबर को एक बार फिर से शंभू बॉर्डर से आगे जाने का प्रयास करेंगे। जानकारी के अनुसार, अंबाला के शंभू बॉर्डर के अलावा, किसान जींद के पास पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर भी धरना दे रहे हैं।
सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आंदोलन को 303 दिन हो गए हैं और अब तीसरा जत्था दिल्ली कूच करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से अब तक वार्ता के लिए बुलाया नहीं गया है। 6 मिनट तक पंधेर ने कहा कि पीएम हरियाणा आए और किसानों के मुद्दे पर बात ही नहीं की। दोनों मोर्चों की मांग है कि किसान और मजदूरों को रिहा किया जाना चाहिए। सभी गायकों से अपील है कि किसान संगठनों को सपोर्ट करें।
भाजपा के लोग विश्वास गंवा चुके हैं। इससे पहले, किसानों ने 6 दिंसबर को बॉर्डर पार करने की कोशिश की थी लेकिन कामयाब नहीं हुए थे। इसके बाद 8 दिसंबर को एक बार फिर से 101 किसानों का जत्था दिल्ली जाने के लिए निकला था, लेकिन दोबारा किसान बॉर्डर नहीं लांघ पाए थे और उन्हें दोबारा मार्चे पर लौटना पड़ा था। गौरतलब है कि 13 फरवरी 2024 को किसानों ने दोबारा आंदोलन शुरू किया था, लेकिन वह शंभू बॉर्डर से आगे नहीं जा पाए थे। तब से किसान वहीं पर डेरा डाले हुए हैं।