शिमलाः हिमाचल प्रदेश में करीब ढाई माह के सूखे के बाद रविवार को सीजन का पहला हिमपात हुआ। प्रदेशभर के कई जिलों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात होने के बाद अब प्रदेश में वर्षा होने की संभावना भी बढ़ गई है। प्रदेशभर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अधिकतम तापमान में दो से पांच डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। रविवार सायं को शिमला शहर में भी बर्फ के फाहे गिरे जबकि नारकंडा, कुफरी व चौपाल, सिरमौर के नौहराधार, चूड़धार व चिंजाह के साथ लगते क्षेत्रों में भी पहला हिमपात हुआ है। लाहुल घाटी के साथ-साथ शिंकुला, बारालाचा, कुंजुम दर्रा सहित रोहतांग में तीन से चार इंच ताजा हिमपात हुआ है।
ढाई माह के बाद हुई पहली बर्फबारी, लोगों ने की मस्ती pic.twitter.com/txTfiS3CGd
— Encounter India (@Encounter_India) December 9, 2024
मंडी जिले के शिकारी देवी व कमरूनाग तथा चंबा जिले की पांगी घाटी में भी बर्फ गिरी। पांगी मुख्यालय किलाड़ में डेढ़ इंच तथा ऊपरी क्षेत्रों चस्क भटोरी, परमार भटोरी, साच भटोरी व साथ लगते अन्य क्षेत्रों में चार से पांच इंच तक हिमपात हुआ है। रविवार को दिन की शुरुआत धूप खिलने से हुई थी लेकिन दोपहर के समय मौसम ने करवट बदली और बादल छाने के बाद कई स्थानों पर हिमपात हुआ। वहीं इस हिमपात के साथ लोग मस्ती करते हुए दिखाई दिए। प्रदेश में सबसे कम तापमान लाहुल स्पीति के ताबो में -13.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इसके अलावा चार अन्य स्थानों पर जमाव बिंदु से नीचे तापमान दर्ज किया गया।
न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है, सबसे अधिक शिमला के नारकंडा में 3.1 डिग्री सेल्सियस तापमान गिरा। अधिकतम तापमान में सबसे अधिक गिरावट कुल्लू के सेऊबाग और भरमौर में 5.2, कुफरी में 4.6, कल्पा में 3.9, नारकंडा व मंडी में तीन डिग्री दर्ज किया गया है। रोहतांग दर्रे सहित लाहुल के ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में हिमपात होने से दारचा से आगे गए सभी पर्यटक बर्फ में फंस गए। हालात खराब होते देखकर लाहुल स्पीति पुलिस ने मोर्चा संभाला और पर्यटकों को जिंगजिंगबार से वापस भेजना शुरू किया।
बर्फ के फाहों के कारण सड़क पर फिसलन हो गई है, इस कारण अन्य राज्यों के वाहन चालक सही ढंग से गाड़ी नहीं चला पाए। जिंगजिंगबार से अटल टनल तक पांच जगह वाहन स्किड हुए। कुछ वाहन एक-दूसरे से भी टकरा गए। दारचा सहित अटल टनल के नोर्थ पोर्टल में पर्यटकों को रेस्कयू किया गया है। लाहुल घाटी में लगभग 30 पर्यटकों को जिस्पा में ठहराया गया है। सिस्सू से सौ से अधिक पर्यटक वाहनों को रेस्क्यू कर मनाली भेजा गया है। एसपी लाहुल स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि सभी पर्यटकों को रेस्क्यू कर लिया गया है।
अधिकतर पर्यटक मनाली भेज दिए गए हैं जबकि कुछ एक पर्यटकों को सुरक्षित जिस्पा के होम स्टे में ठहराया गया है। चौकी इंचार्ज मेघ सिंह व उनकी टीम मौसम की परिस्थितियों पर नजर रखे हुए है। पर्यटकों से आग्रह है कि मौसम के हालात देखकर ही सफर करें। मौसम विभाग के जारी ताजा पूर्वानुमान के अनुसार नौ दिसंबर को भी पश्चिमी विक्षोभ का असर रहेगा। प्रदेश के आठ जिलों शिमला, लाहुल स्पीति, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी व सिरमौर में हिमपात व वर्षा की संभावना जताई गई है।