मानसाः पंजाब के मानसा में किसानों और पुलिस के बीच हंगामा हो गया। हंगामे पर काबू पाने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। जिसके बाद किसानों ने भी इसके विरोध में हमले कर दिया। इस घटना में 3 एसएचओ को घायल हुए है। जिसमें से एक एसएचओ के दोनों हाथ टूट गए हैं जबकि कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया यगा। वहीं इस मामले में 80 किसानों पर केस दर्ज किया गया। मिली जानकारी के अनुसार गुरवीर सिंह के बयानों पर 2 दर्जन लोगों के नाम पर धारा 263, धारा 109, 132, 221 और 111 बीएनएस के तहत किसानों और करीब 60 अज्ञात किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल, बठिंडा नजदीक तलवंडी साबो नजदीक देर रात करीब 1 बजे पुलिस और किसानों में झड़प हो गई थी। घायलों में SHO गुरवीर सिंह, दलजीत सिंह और जसवीर सिंह है। दरअसल, गुजरात से जम्मू के लिए डाली जा रही गैस पाइपलाइन के बठिंडा में अधूरे पड़े काम को पूरा करवाने के लिए अब प्रशासन हाई कोर्ट के आदेश के बाद एक्शन मोड पर आ गया है। पाइपलाइन डालने के लिए तलवंडी साबो ब्लाक के गांवों से शुरूआत की जा रही है। किसानों ने अधिक मुआवजे की मांग को लेकर काम शुरू नहीं होने दे रहे।
इसलिए कंपनी ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में केस दायर किया है। मामले की अगली सुनवाई 9 दिसंबर को होनी है। इस कारण अब प्रशासन ने काम शुरू करवाया है। बीते दिन सुबह जब प्रशासन की टीम गांव लेलेवाला में पाइपलाइन डालने के काम करने पहुंची तो किसानों ने उन्हें रोक दिया। इस बीच किसानों ने घोषणा की है कि हर वीरवार को गांव में विरोध किया जाएगा। कुछ किसान गांवों में कम और कुछ अधिक मुआवजा देने की बात कर रहे है। जबकि कंपनी ने किसानों की सहमति का दावा करते हुए हाई कोर्ट में केस दायर किया था। कोर्ट ने आदेश दिए थे कि प्रशासन व पुलिस पाइपलाइन डालने के लिए कंपनी का सहयोग करे।
उधर, बीकेयू एकता उगराहां के जिला अध्यक्ष शिंगारा सिंह ने कहा कि पाइपलाइन बिछाने वाली कंपनी खेत मालिक किसानों को कम मुआवजा दे रहे है। कंपनी के अधिकारियों ने जिला प्रशासन की मौजूदगी में लिखित समझौता कर किसानों को 24 लाख प्रति एकड़ मुआवजा देने का वादा किया था लेकिन अब कंपनी वादे से मुकर रही है। कंपनी को सभी किसानों को एक जैसा मुआवजा देना चाहिए। किसी को अधिक मुआवजा दिया जा रहा है तो किसी को कम दिया जा रहा है।