अमृतसरः गोल्डन टैंपल में सेवा निभा रहे पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल पर फायरिंग मामले की घटना ने एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है। जहां विपक्ष इस मामले की निंदा कर रहा है, वहीं सरकार के मंत्री आरोपी द्वारा घटना को अंजाम देने की नाकाम कोशिश को लकेर पुलिस प्रंशासन की प्रंशसा कर रहे है। हालांकि अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने कहा कि वह फायरिंग की घटना की सुखबीर के प्रति सहानुभूति के एंगल से जांच करेंगे। वहीं इस मामले ने उस समय दोबारा से तूल पकड़ लिया, जब अकाली नेता बिक्रम मजीठिया ने गोल्डन टेंपल का एक नया सीसीटीवी फुटेज जारी कर दिया।
इसमें उनका दावा है कि 3 दिसंबर को अमृतसर पुलिस के एसपी हरपाल सिंह हमलावर आतंकी नारायण सिंह चौड़ा से मिले। लेकर शिरोमणि अकाली दल और पंजाब पुलिस व AAP सरकार आमने-सामने हो गए हैं। एक तरफ CM भगवंत मान से लेकर समूची AAP लीडरशिप और मंत्री पंजाब पुलिस को सुखबीर की जान बचाने का क्रेडिट दे रहे हैं। वहीं अकाली नेता परमबंस सिंह रोमाणा ने भी इसको लेकर सवाल खड़े किए कि SP ने चौड़ा से हाथ मिलाया। उसके साथ बात की। आखिर चौड़ा को उसी वक्त गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। इसको लेकर अभी अमृतसर पुलिस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दरअसल, गोल्डन टेंपल के गेट पर सुखबीर बादल सेवादार बनकर बैठे हुए थे। इस दौरान हमलावर ने जैसे ही सुखबीर पर गोली चलाई, उसी समय सिविल वर्दी में तैनात रछपाल सिंह और उनके सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। घटना के दौरान सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए। इसके बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। सुखबीर बादल को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। गोल्डन टेंपल के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने गोल्डन टेंपल के पास से एक संदिग्ध एनआरआई को गिरफ्तार किया है। एनआरआई से एक पिस्टल बरामद की है, जो बिना लाइसेंस की है।