नई दिल्लीः किसानों द्वारा 6 दिसबंर को दिल्ली कूच का ऐलान हुआ है। वहीं आज दोपहर किसान संगठनों ने नोएडा प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसके बाद किसानों ने नोएडा में प्रदर्शन स्थगित करने का ऐलान किया है। किसानों ने जिले की सभी सड़कों से हटने और बातचीत से समाधान निकालने का निर्णय लिया है। बता दें इससे पहले किसानों ने दिल्ली की ओर कूच किया था। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की अगुवाई में हजारों किसानों ने नोएडा से संसद की तरफ मार्च निकाला था।
इस दौरान भारी पुलिस बल ने डीएनडी के पास प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ गए थे। इससे पहले किसान संगठनों ने गौतमबुद्ध नगर में दलित प्रेरणा स्थल के पास जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उन्हें दिल्ली में एंट्री करने की इजाजत नहीं दी। इसके बाद भी किसान अपने ट्रैक्टर और दलबल के साथ राजधानी की ओर से बढ़ रहे हैं। किसानों के जत्थे को रोकने के लिए 4000 जवान तैनात किए गए हैं।
पुलिस ने नोएडा में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन भी तैयार रखा है। महामाया फ्लाईओवर से किसानों का ग्रुप दिल्ली की ओर कूच कर रहा है। पुलिस और किसान आमने-सामने आ चुके हैं। इसकी वजह से इस फ्लोईओवर में वाहनों का लंबा जाम लग गया है। यहां पुलिस ने तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की है। इस दौरान कई किसानों को हिरासत में भी लिया गया है। सुरक्षा बलों ने जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए हैं। पुलिस की ओर से किसानों की गतिविधियों पर ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है।
किसानों का कहना है कि सरकार और अफसरों के पास उनकी मांगों को पूरा करने का वक्त नहीं है। ऐसे में अब वे बिना मांग पूरी हुए अपने घर नहीं लौटेंगे। बता दें कि किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च से पहले पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी थी। भारतीय किसान परिषद (BKP), किसान मजदूर मोर्चा (KMM), संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और अन्य किसान संगठनों ने पहले ही ऐलान किया था कि वे नए कृषि कानूनों के तहत मुआवजे और लाभ की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली की ओर मार्च करेंगे। बीकेपी नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में किसानों के पहले ग्रुप ने नोएडा में महामाया फ्लाईओवर के नीचे से अपना मार्च शुरू किया।