जालंधर, ENS: बॉर्डर एरिये में रह रहे किसानों को कैबिनेट मंत्री कुलदीप धालीवाल ने बड़ी राहत दी है। दरअसल, आज कैबिनेट मंत्री ने जालंधर में आर्मी अफसरों से मुलाकात मुलाकात की। इस दौरान जालंधर हैड क्वार्टर में उनकी अफसरों के साथ बॉर्डर एरिया की सड़क पर हो रहे हादसों को कम करने के लिए सड़क को चौड़ी करने को लेकर मीटिंग रखी गई थी। इस मीटिंग में आर्मी अफसरों ने सड़क चौड़ी करने की बात मान ली है। ऐसे में गन्ना किसानों को बड़ी राहत मिलेंगी और हादसों में कमी आएंगी। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब की एक सड़क है तो कि अजनाला शहर से शुरू होती है।
उन्होंने कहा कि वह सड़क अजनाला, लोपोके, तलवंडी साबो, अटारी, और सोल गांव से होकर 72 किलोमीटर तक जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार सड़कों को लेकर काफी काम करवा रही है। कैबिनेट मंत्री ने यह सड़क फोर्स के पास थी, जिस पर काफी पैरवी की गई। उन्होंने कहा कि इस सड़क पर काफी हादसे होने की घटनाएं सामने आ रही थी। वहीं किसानों की काफी लंबे से सड़क को लेकर मांग रखी गई थी। जिसके बाद वह दिल्ली बिकानेर सहत कई अफसरों से मुलाकात कर चुके है। इस दौरान आज जालंधर में उनकी मीटिंग रखी गई।
उन्होंने कहा कि यह सड़क पहले 5.5 मीटर चौड़ी थी। लेकिन अब अधिकारियों के साथ मीटिंग में सड़क को लेकर हुई बातचीत में यह फैसला लिया गया कि 7 मीटर चौड़ी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अफसरों से निवेदन किया गया है कि गन्ने की बैल्ट पर इस सड़क को 10 मीटर चौड़ी कर दिया जाए। जिसके बाद अधिकारियों ने कहा कि वह मौके पर अफसरों को जांच के लिए भेजेंगे और उसके बाद गन्ने की बैल्ट पर सड़क का मुआयना किया जाएगा। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि गन्ने की बैल्ट वाली सड़क 7.7 मीटर पहले से फाइनल है जिसे अगले साल से चौड़ी करने का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अफसरों ने 10 मीटर चौड़ी करने का आश्वासन दिया है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अफसरों की चमियारी रोड़ बाइपास पर आर्मी को परेशानी आ रही है, जिसको उन्होंने हल करने का आश्वासन दिया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस सड़क पर एक ट्रैक्टर ट्राली निकलने के दौरान दूसरी गाड़ी को निकालना मुश्किल हो जाता था। ऐसे में इस मसले को हल करने से बॉर्डर के पास रह रहे किसानों की काफी राहत मिलेगी। वहीं आर्मी में युवाओं की भर्ती को लेकर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आर्मी के पास पंजाब में 45 प्रतिशत भर्ती है और उन्होंने सुझाव दिया है कि अधिकारियों को दिया है जो कि आर्मी के अधिकारियों ने मान लिया।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जालंधर अमृतसर में उन्हें युवा कम फौज के लिए मिलेंगे, लेकिन अगर वह बॉर्डर एरिया जैसे पठानकोट से फिरोजपुर तक जाएंगे तो वहां पर आर्मी में भर्ती होने के लिए युवा काफी मात्रा में मिल जाएंगे। जहां वह अगर भर्ती के लिए कैंप लगाएंगे तो काफी युवा आर्मी में जुड़ने के लिए तैयार होंगे। वहीं बॉर्डर पार से ड्रोन आने के मामले में कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गृह मंत्री अमित शाह के पास मुद्दे को रखा था, लेकिन इसका अभी कोई समाधान नहीं निकल कर आया है। उन्होंने कहा कि ड्रोन को रोकने के लिए अभी कुछ भी हल नहीं निकला है, लेकिन जल्द इस मुद्दे को हल कर लिया जाएगा।