लुधियाना : खनौरी बॉर्डर पर 26 नवम्बर को भारतीय किसान यूनियन सिद्धपुर पंजाब के प्रधान जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों और मजदूरों की मांगों को लागू करवाने के लिए आमरण अनशन शुरू कर रहे हैं। किसान नेताओं ने चेतावनी देते कहा कि आमरण अनशन के बीच जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगर जान चली जाती है तो उनके शव को खनौरी बॉर्डर पर रखा जाएगा और उसके बाद दूसरे किसान नेता आमरण अनशन पर बैठेंगे। यह सिलसिला इसी प्रकार चलता रहेगा।
वहीं आमरण अनशन संबंधी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। देश के शासक द्वारा मानी गई मांगों को लागू करने की बजाय दिल्ली किसान आंदोलन के दौरान 750 से अधिक किसान शहीद हो गए थे, जिसके बाद 13 फरवरी से चल रहे किसान आंदोलन-2 के दौरान अब तक 33 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं। इसके चलते अब वरिष्ठ किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरण अनशन पर बैठेंगे और यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार मानी गई मांगों को लागू नहीं कर देती। किसानों ने कहा कि वे उनका समर्थन करेंगे और उनके साथ खनौरी मोर्चे पर पहुंचेंगे।
किसान नेता गुरध्यान सिंह ने कहा कि इस बार हम अपनी मांगे मंगवा रहेंगे। केंद्र सरकार ने पहले हमारी मांगें मान ली थी, लेकिन उसे लागू नहीं किया था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा किसानों के धक्का करती आ रही है। जो कि बिलकुल बर्दाश्त नही करेंगे।
खनौरी बॉर्डर पर 26 नवम्बर को भारतीय किसान यूनियन सिद्धपुर पंजाब के प्रधान जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों और मजदूरों की मांगों को लागू करवाने के लिए आमरण अनशन शुरू कर रहे है। 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर पर दिल्ली कूच का ऐलान किया जाएगा। इस दौरान 100-150 जत्थे के रूप में बॉर्डर क्रॉस करेंगे। उन्होंने लोगों से अपील की वहां बड़ी गिनती में पहुंचे।