जालंधर, ENS: देहात पुलिस ने 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार करके एक परिष्कृत भूमि धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो जाली दस्तावेजों का उपयोग करके लगभग ₹10 करोड़ मूल्य की 10 एकड़ प्रमुख भूमि को धोखाधड़ी से पंजीकृत करने का प्रयास कर रहे थे।
आज यहां यह खुलासा करते हुए, जालंधर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), हरकमलप्रीत सिंह खख ने कहा कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के बाद, फिल्लौर पुलिस ने एक सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध अभियान चलाया, जिसके परिणामस्वरूप ये महत्वपूर्ण गिरफ्तारियाँ हुईं।
एसएसपी खख ने बताया, “विश्वसनीय सूचना के आधार पर हमारी टीम ने तीन व्यक्तियों को पकड़ा, जिन्होंने बहादुरक बा गांव भाटिया में 10 एकड़ जमीन का फर्जी तरीके से स्वामित्व हासिल करने की योजना बनाई थी। आरोपियों ने बड़ी सावधानी से जाली आधार कार्ड और जमीन के स्वामित्व के दस्तावेज तैयार किए थे।”
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दलजीत सिंह (प्रॉपर्टी डीलर) पुत्र कुलविंदर सिंह निवासी कल्याणपुर थाना लाबड़ा, गुरप्रीत सिंह पुत्र हरनेक सिंह निवासी सिद्धमुत्सदी थाना नूरमहल और जयराम (प्रॉपर्टी डीलर) पुत्र बख्शीराम निवासी स्वामी लालजी नगर बूटा मंडी जालंधर के रूप में की है।
यह कार्रवाई जसरूप कौर बाथ, आईपीएस, एसपी (जांच), सरवन सिंह बल पीपीएस, डीएसपी, सब डिवीजन फिल्लौर और इंस्पेक्टर संजीव कपूर पुलिस स्टेशन फिल्लौर की देखरेख में की गई।
पुलिस स्टेशन फिल्लौर में धारा 318(3), 338, 340 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है (एफआईआर संख्या 313 दिनांक 22.11.2024)।
एसएसपी खख ने आगे बताया कि प्रारंभिक जांच में जाली दस्तावेजों के एक परिष्कृत नेटवर्क का पता चला है। गिरफ्तार आरोपियों को अन्य आपराधिक तत्वों के साथ उनके संभावित संबंधों की आगे की जांच के लिए पुलिस रिमांड लेने के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।