Highlights:
- 34.92 लाख रुपये का बैंक घोटाला उजागर, बैंक मैनेजर ने 26 धोखाधड़ी ट्रांजेक्शन से रकम उड़ाई।
- आरोपी प्रमोद कुमार ने कस्टमर अकाउंट्स से गबन कर 8.16 लाख रुपये वापस जमा कर घोटाला छिपाने की कोशिश की।
- विजिलेंस ब्यूरो ने राजस्थान के बीकानेर से फरार आरोपी को गिरफ्तार कर जांच शुरू की।
एनकाउंटर न्यूज़, 23, नवंबर 2024 (चंडीगढ़): पंजाब में बैंकिंग घोटालों के मामलों में कार्रवाई करते हुए पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) ने पंजाब ग्रामीण बैंक के पूर्व मैनेजर प्रमोद कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। प्रमोद कुमार पर 34.92 लाख रुपये की गबन का आरोप है। यह गिरफ्तारी राजस्थान के बीकानेर जिले के कुंडल गांव से हुई, जहां वह लंबे समय से फरार था
प्रमोद कुमार, जो भानो लंगा शाखा, कपूरथला में बैंक मैनेजर था, ने अपनी जिम्मेदारी का गलत इस्तेमाल करते हुए 12 ग्राहकों के अकाउंट्स से धोखाधड़ी के जरिए रकम निकाल ली। उसने बैंक क्लर्क्स जगदीश सिंह और रजनी बाला के यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग कर कुल 26 फर्जी ट्रांजेक्शन किए।
अपनी करतूत छिपाने के लिए प्रमोद कुमार ने 8.16 लाख रुपये वापस 5 खातों में जमा कर दिए, लेकिन यह कदम उसे घोटाले से बचाने में नाकाम रहा। जब बैंक की जांच में इस गबन का पर्दाफाश हुआ, तो मामला 30 मई 2022 को दर्ज किया गया।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर प्रमोद कुमार को उसके पैतृक गांव से गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी विजिलेंस ब्यूरो की कपूरथला इकाई द्वारा की गई। मामला पहले ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(2) और भारतीय दंड संहिता की धारा 409 के तहत दर्ज हो चुका है।
- पंजाब ग्रामीण बैंक के भानो लंगा शाखा में 34.92 लाख रुपये की धोखाधड़ी की पुष्टि।
- आरोपी ने कुल 26 फर्जी लेनदेन किए।
- विजिलेंस ब्यूरो ने सभी 12 खातों की गहन जांच की।
- अब तक 8.16 लाख रुपये की आंशिक वसूली की गई है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में अन्य संदिग्धों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। विजिलेंस ब्यूरो यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या इस घोटाले में बैंक के अन्य कर्मचारियों या बाहरी लोगों की संलिप्तता थी।
पंजाब में बैंकिंग घोटालों की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर विजिलेंस ब्यूरो ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। इस गिरफ्तारी से अन्य मामलों में भी जांच तेज हो सकती है।