अमृतसरः दीवाली के त्यौहार से पहले गैंगस्टरों के खिलाफ पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार आज पुलिस और गैंगस्टरों के बीच मुठभेड़ होने की घटना सामने आई है। जिसमें पुलिस ने एक गैंगस्टर का एनकाउंर कर दिया, जबकि उसका दूसरा साथी फरार हो गया। जानकारी के अनुसार ये आतंकी लखबीर लंडा गिरोह के हैं, जो विदेश में बैठकर भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देता है।
यह एनकाउंटर अमृतसर में ब्यास के करीब पड़ते भिंडर गांव में हुआ। मारे गए गैंगस्टर की पहचान गुरशरण सिंह निवासी गांव हरिके के तौर पर हुई है। इस मुठभेड़ का संबंध गुरदेव सिंह उर्फ गोखा सरपंच के मर्डर केस से है, जो कि सठियाला गांव का निवासी था और 23 अक्टूबर 2024 को ब्यास थाना क्षेत्र में उसकी हत्या कर दी गई थी। जब पुलिस पार्टी इन दोनों आरोपियों को मौके पर लेकर आई तो अचानक दोनों गैंगस्टर पुलिस कर्मियों को धक्का देकर भागने की कोशिश करने लगे।
भागते समय दोनों ने पास की झाड़ियों से अपने हथियार निकाल लिए और पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की, जिसमें एक गैंगस्टर गुरशरण घायल हो गया और उसकी मौत हो गई। वहीं, दूसरा गैंगस्टर पारस फायरिंग करते हुए मंड इलाके में नदी में कूदकर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि पुलिस दोनों बदमाशों को हथियार बरामद करने के लिए ले गई थी। बदमाशों ने 23 अक्टूबर को सठियाल गांव के पूर्व सरपंच गुरदेव सिंह की लंडा हरिके, सतप्रीत सिंह सत्ता नौशेरा और गुरदेव जस्सल गिरोह के सदस्यों ने हत्या कर दी थी। इस संबंध में ब्यास थाने में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने गोखा की हत्या में शामिल तीन आरोपियों को मनाली से गिरफ्तार कर लिया था।
आरोपियों की पहचान गुरशरण सिंह पुत्र साहिब सिंह निवासी हरीके, प्रवीण सिंह पुत्र जरनैल सिंह निवासी हरिके और पारस पुत्र बंटी के रूप में हुई थी। पुलिस ने आरोपियों से एक गलौक पिस्तौल बरामद किया था। पुलिस ने बताया कि इसके अलावा, गुरशरण और पारस नाम के दो गैंगस्टरों को उस स्थान पर लाया गया जहां उन्होंने दिए बयानों के अनुसार हथियार छिपाए थे। हालांकि, दोनों गैंगस्टर मौके पर पहुंचे और पुलिस अधिकारियों को पीछे धकेल दिया और भागने की कोशिश की। उन्होंने झाड़ियों के पीछे अपने हथियार कब्जे में लेकर पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी।
पुलिस पार्टी ने भी आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की और परिणामस्वरूप एक गैंगस्टर गुरशरण मारा गया। जबकि एक अन्य गैंगस्टर पारस पुलिस पार्टी पर फायरिंग करते हुए मंड इलाके में नदी में कूदकर भागने में कामयाब हो गया। पुलिस ने बताया कि दोनों गैंगस्टर लंडा हरिके के गुर्गे थे। पुलिस ने बताया कि लंडा हरिके को विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों, हत्या और जबरन वसूली के मामलों में शामिल आतंकवादी घोषित किया जा चुका है। जबकि सत्ता नौशेरा लंडा के साथ कई जबरन वसूली और हत्या के मामलों में शामिल है। सरहाली पुलिस स्टेशन ग्रेनेड हमले में गुरदेव जैसल मुख्य संदिग्ध है।