होशियारपुरः जालंधर के पड़ोसी जिले होशियारपुर सहित 2 अन्य जिलों में ईडी ने कार्रवाई की है। दरअसल, यह कार्रवाई लखनऊ की ईडी की टीम ने की है। मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ ED की टीम ने 3 जिलों में बड़े स्तर पर कार्रवाई की गई और करीब 23 करोड़ रुपए की संपत्ति को कुर्क कर दिया। धोखाधड़ी के संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) 2002 के प्रावधानों के तहत मेसर्स मूनलाइट प्रॉपबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स एल्को ग्लोबल वेंचर्स एलएलपी के नाम पर होशियारपुर, फतेहगढ़ साहिब और मोहाली में कृषि भूमि और औद्योगिक भूखंडों के रूप में ये संपत्ति जब्त की गई है। जब्त की गई संपत्ति की मार्केट वैल्यू करीब 23.13 करोड़ रुपए मूल्य। इनमें 5 अचल संपत्तियां शामिल हैं।
ईडी ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार मेसर्स हैसिंडा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (एचपीपीएल), इसके प्रमोटरों और अधिकारियों व अन्य के खिलाफ घर खरीदारों की गाढ़ी कमाई को घूसखाने और उन्हें वादा किए गए फ्लैट नहीं देने के आरोप में कई एफआईआर दर्ज की हैं। ईडी की जांच में पता चला है कि एचपीपीएल द्वारा नोएडा के सेक्टर 107 में लोटस 300 परियोजना 67,941.45 वर्ग मीटर के भूखंड पर 2010-11 में शुरू की गई थी और तदनुसार बिल्डर खरीदार समझौते निष्पादित किए गए थे।
मेसर्स थ्री सी ग्रुप के निदेशक और प्रमोटरों से जुड़े विभिन्न परिसरों में 17 सितंबर से 20 तक तलाशी ली गई। जिसमें 42 करोड़ रुपए की नकदी, हीरे और आभूषण, आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस के रूप में अपराध की आय (पीओसी) बरामद हुई थी। इसके अलावा जांच से पता चला है कि मेसर्स थ्री सी यूनिवर्सल डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए फंड में से अधिकांश पैसा मेसर्स मूनलाइट प्रॉपबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स एल्को ग्लोबल वेंचर्स एलएलपी सहित विभिन्न अन्य समूह कंपनियों को असुरक्षित ऋण के रूप में दिया गया है।