Highlights:
- दलजीत सिंह कलसी ने चुनाव आयोग की तारीखों के ऐलान के बाद उपचुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया।
- कलसी की पत्नी ने मीडिया से बातचीत में पुष्टि की कि उन्होंने कलसी से डिब्रूगढ़ जेल में मुलाकात की और चुनाव न लड़ने का निर्णय साझा किया।
- कलसी का चुनाव न लड़ने का निर्णय पंजाब की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है, खासकर उनके सहयोगियों पर।
गुरदासपुर, 22 अक्टूबर, 2024: पंजाब में चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। वहीं उपचुनावों को लेकर अभी तक किसी पार्टी ने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। वहीं डेरा बाबा नानक से सासंद अमृतपाल सिंह के साथी दलजीत कलसी ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। लेकिन चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी दलजीत सिंह कलसी ने चुनाव लड़ने का फैसला टाल दिया है।
दरअसल, कलसी की पत्नी ने मीडिया से बातचीत करते हुए ये जानकारी सांझा की है। पत्नी का कहना है कि उन्होंने कलसी से डिब्रूगढ़ जेल में मुलाकात की थी। हाल ही में अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी दलजीत सिंह कलसी ने पहले डेरा बाबा नानक विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ने की योजना बनाई थी। लेकिन अब उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है।
दलजीत सिंह कलसी को अमृतपाल सिंह का सलाहकार और वित्तीय सहयोगी के रूप में जाना जाता है। वो न केवल अमृतपाल के साथ जुड़ा है, बल्कि उसके राजनीतिक आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाता रहा था। चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद कलसी ने अपने परिवार और समर्थकों से चुनावी तैयारियों के लिए समर्थन मांगा था। कलसी के इस फैसले का पंजाब की राजनीति पर भी असर देखने को मिल सकता है।
कलसी के चुनावी दौड़ से बाहर होने का असर पंजाब की राजनीति पर पड़ सकता है। पहले उनकी चुनाव लड़ने की घोषणा ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को बढ़ावा दिया था। उनके साथी, जैसे कि कुलवंत सिंह और भगवंत सिंह ने पहले ही चुनाव लड़ने की योजना बनाई थी, कि चुनाव लड़ने पर अभी भी असमंजस बना हुआ है। कलसी के फैसले के बाद यह देखना होगा कि अन्य सहयोगी अपने चुनावी मंसूबों को लेकर क्या निर्णय लेते हैं।