
मुबंईः कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्म “Emergency” को लेकर आज कोर्ट में सुनवाई हुई। जहां कोर्ट से फिल्म को लेकर कंगना को बड़ी राहत मिली है। दरअसल, फिल्म रिलीज होने को लेकर कुछ शर्त सामने आई है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) ने बॉम्बे हाईकोर्ट में जानकारी दी है कि, फिल्म में कुछ कटौती और बदलाव किए जाने के बाद फिल्म को प्रमाणपत्र दिया जा सकता है। वहीं इस खबर ने फिल्म निर्माता और अभिनेत्री कंगना रनौत को थोड़ी राहत की सांस दी है। दरअसल पिछले कुछ हफ्तों से फिल्म की रिलीज को लेकर विवाद देखने को मिले थे।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड की ओर से ये आरोप लगाए गए थे कि सीबीएफसी फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर अवैध तरीके से रोक लगा रही है। सीबीएफसी की तरफ ले वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने जस्टिस बीपी कोलाबावाला और फिरदौस पूनीवाला की बेंच को ये जानकारी दी कि सीबीएफसी की रिवाजिंग कमेटी ने कंगना की फिल्म में कुछ कट्स के सुझाव दिए हैं।
वीरवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में सीबीएफसी ने कहा कि एक्ट्रेस कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ फिल्म तभी रिलीज की जा सकती है, जब उसमें फिल्म निकाय की रिवाइज कमेटी के सुझावों के अनुसार बताए गए सीन्स को कट किया जाएगा। ज़ी के एडवोकेट शरण जगतियानी ने भी एक डॉक्यूमेंट पेश किया, जिसमें उन्होंने फिल्म के रिलीज से पहले किए जाने वाले 11 संशोधनों की जानकारी साझा की। अब फिल्ममेकर्स पर ये निर्भर करता है कि वो फिल्म में सुझाए गए कट्स करेंगे या फिर इसे फिर से चुनौती देंगे। अब इस याचिका पर 30 सितंबर को फिर से सुनवाई होने वाली है।
फिल्म इमरजेंसी की रिलीज से पहले ही इसको लेकर देशभर में फिल्म के खिलाफ आवाज उठने लगी थी। पंजाब, तेलंगाना, नई दिल्ली और उत्तर प्रदेश से फिल्म को बैन करने की आवाज उठने लगी थी। फिल्म को लेकर कुछ लोगों का ऐसा दावा है कि इसमें उनके समुदाय को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि इतिहास से खास इस फिल्म के जरिए छेड़छाड़ की जा रही है।