
पंजाब (अमृतसर): सेंट्रल जेल एक बार फिर सुर्खियों में है और सुर्खियों के पीछे की वजह है, सेंट्रल जेल में एक कैदी की मौत हो गई। जिसके बाद हवालाती के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है। इस संबंध में जानकारी देते हुए मृतक हवालाती गुरदित सिंह के परिजनों ने बताया कि आज से चार पांच साल पहले उनके छोटे लड़के गुरदित सिंह को एक लड़ाई के मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह लगातार अपनी तारीखों पर जा रहा था।
लेकिन उसके पैरों में चोट लगने के कारण वह माननीय अदालत में जाकर तारीख पर नहीं कर सका। जिसके कारण उसे माननीय अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था। जिसके बाद पीओ स्टाफ 10 दिन पहले घर आया और उनके छोटे लड़के को गिरफ्तार कर लिया। पीओ स्टाफ के अधिकारियों ने उसे आश्वासन दिया कि उसकी मेडिकल रिपोर्ट के बाद उसे घर भेज दिया जाएगा। लेकिन बाद में पता चला कि उनके बेटे गुरदित सिंह को अमृतसर सेंट्रल जेल भेज दिया गया है।
सुबह उन्हें अमृतसर सेंट्रल जेल से फोन आया कि उनका बेटा बीमार है और उसे अमृतसर के गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जब वह गुरु नानक अस्पताल पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनके बेटे गुरदित सिंह की मौत हो गई है। मृतक के परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनके बेटे के साथ मारपीट की है, जिस कारण उनके बेटे की मौत हुई है। परिजनों ने आरोपी लगाया कि पुलिस के डर से उनके बेटे को लावारिस की तरह पोस्टमार्टम हाउस में छोड़कर भाग गए है। वहीं मृतक युवक के परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई है।