
मुंबई: राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत एक ब्राज़ीलियाई महिला को मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया है, जिसके पास से 124 कोकीन से भरे कैप्सूल बरामद किए गए। इस महिला ने इन कैप्सूलों को निगल लिया था ताकि तस्करी के लिए भारत में लाया जा सके। अधिकारियों के मुताबिक, यह अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा है, और इस मामले में अन्य सदस्यों की पहचान के लिए व्यापक जांच जारी है।
हाइलाइट्स:
- 124 कोकीन कैप्सूल बरामद: मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक ब्राज़ीलियाई महिला को गिरफ्तार किया गया, जिसने तस्करी के लिए निगले हुए 124 कोकीन से भरे कैप्सूल पाए गए।
- उच्च-मूल्य जब्ती: जब्त किए गए 973 ग्राम कोकीन की अवैध बाजार में अनुमानित कीमत ₹9.73 करोड़ है।
- अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट से संबंध: यह मामला एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट से जुड़ा है, और अन्य सदस्यों की पहचान के लिए जांच जारी है।
डीआरआई की मुंबई इकाई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साओ पाउलो से मुंबई आने वाली फ्लाइट से उतरते ही महिला को विशेष जानकारी के आधार पर रोका गया। इसके बाद तलाशी में खुलासा हुआ कि महिला ने बड़ी मात्रा में कोकीन से भरे कैप्सूल निगले हुए थे। पूछताछ के दौरान महिला ने स्वीकार किया कि वह इन कैप्सूलों को भारत में तस्करी के इरादे से ला रही थी।
गिरफ्तारी के बाद महिला को पहले मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और फिर उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसके शरीर से 124 कैप्सूल निकाले। इन कैप्सूलों में लगभग 973 ग्राम कोकीन था, जिसकी अवैध बाजार में कीमत 9.73 करोड़ रुपये आंकी गई है। फील्ड टेस्ट के अनुसार यह पदार्थ कोकीन पाया गया, जिसे नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत जब्त कर लिया गया।
अधिकारियों का कहना है कि यह मामला ड्रग तस्करी के बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, और इस महिला के भारत आने का मकसद अन्य सदस्यों के साथ संपर्क स्थापित करना हो सकता है। इस गिरफ्तारी से यह भी स्पष्ट होता है कि ड्रग सिंडिकेट्स अब नए-नए तरीके अपना रहे हैं ताकि प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी को अंजाम दिया जा सके।
DRI और अन्य जांच एजेंसियां इस मामले की तह तक जाने के लिए संयुक्त प्रयास कर रही हैं, ताकि इस नेटवर्क को पूरी तरह से बेनकाब किया जा सके और देश में ड्रग तस्करी को रोका जा सके। इस मामले को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निगरानी बढ़ाई गई है, खासकर उन मार्गों पर जिनका इस्तेमाल ड्रग तस्करों द्वारा किया जाता है।