Tech: QR कोड यानी का मतलब Quick Response Code एक तरह का बारकोड होता है, जिसे आपने कई जगहों पर देखा है, जैसे कि प्रोडक्ट्स, दुकानों, विज्ञापनों, या यहां तक कि रेस्टोरेंट और सड़क किनारे लगने वाले ठेलों पर भी देखा होगा। पेमेंट से लेकर किसी फॉर्म को एक्सेस करने के लिए इसका यूज किया जाता है। यह एक छोटा सा काले और सफेद डॉट्स से बनाया हुआ चित्र होता है, जो बहुत सारी जानकारी को स्टोर कर सकता है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि यह कैसे काम करता है। आइए आपको इसके बारे में बताते हैं।
- जब कोई QR कोड बनाया जाता है, तो उसमें टेक्स्ट, वेबसाइट का लिंक, कॉन्टैक्ट डिटेल्स, या यहां तक कि एक छोटा वीडियो भी एन्कोड किया जा सकता है। यह जानकारी एक विशेष पैटर्न में व्यवस्थित होती है, जिसे QR कोड स्कैनर समझ सकता है।
- जब आप अपने स्मार्टफोन या किसी अन्य डिवाइस से QR कोड को स्कैन करते हैं, तो डिवाइस का कैमरा उस चित्र को कैप्चर करता है और फिर एक ऐप या डिवाइस का सॉफ्टवेयर उसमें एन्कोड की गई जानकारी को निकाल लेता है।
- स्कैन की गई जानकारी को फिर आपके डिवाइस की स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जाता है। यह जानकारी एक वेबसाइट पर रीडायरेक्ट कर सकती है, एक फाइल डाउनलोड कर सकती है, या कोई अन्य काम कर सकती है। उदाहरण के लिए अगर क्यूआर कोड में किसी वेबसाइट का यूआरएल एन्कोड किया गया है, तो डिवाइस उस वेबसाइट को खोल देगा।
- QR कोड बहुत कम जगह में कई तरह की जानकारी स्टोर कर सकते हैं।
- क्यूआर कोड को बहुत तेजी से स्कैन किया जा सकता है।
- क्यूआर कोड को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। इसको हैक करना बहुत मुश्किल होता है।