संगरूरः पंजाब सरकार द्वारा आज राज्य भर में बासमती और धान की खरीद शुरू हो रही है। वहीं सुनाम में आढ़ती एसोसिएशन ने आज से खरीद का बहिष्कार कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज से मंडी में पहुंच रही बासमती की खरीद को भी ठप कर दिया जाएगा। आरोप है कि पंजाब सरकार ने आढ़त को घटा दिया है। ऐसे हालात में मंडी में पहुंचने वाले किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रविंद्र चीमा और प्रतिनिधियों का कहना है कि आढ़तियों को लंबे समय से 2.5 प्रतिशत आढ़त मिल रही थी लेकिन 2018-19 के बाद 46 रुपए प्रति क्विंटल निश्चित कर दी गई।
सरकार के पोर्टल पर खरीद के दौरान आइत 58 रुपए प्रति क्विंटल मिलता है परंतु उन्हें 12 रुपए कम दिए जा रहे हैं। मंडियों में काम कर रहे मजदूरों को आढ़तियों की ओर से 1.80 रुपए प्रति थैला पैसे दिए जा रहे हैं जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा में 3.23 रुपए दिए जा रहे हैं। मजदूरों की कमी के कारण उन्हें 4 से 5 रुपए प्रति थैला लेबर देनी पड़ रही है इसलिए मार्केट रेट के अनुसार लेबर की लोडिंग के दाम बढ़ाए जाएं। एफसीआई ने ईपीएफ के नाम पर पंजाब भर में आढ़तियों की 50 करोड़ से अधिक रकम रोक रखी है जबकि ईपीएफ का आइतियों से कोई लेना-देना नहीं है।
सुनाम के मंडी अफसर नरेंद्र सिंह का कहना है कि खरीद एजेंसियों के अधिकारी आज मंडी में पहुंच जाएंगे। आढ़ती और शैलर एसोसिएशन के साथ सरकार स्तर पर बैठक चल रही है। उम्मीद है जल्द कोई सहमति बन जाएगी और खरीद का काम चल पड़ेगा वरना खरीद रुकना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि संगरूर व मालेरकोटला में 218 खरीद केन्द्र बनाए गए हैं। संगरूर जिले में 172 जबकि मालेरकोटला जिले में 46 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। धान का खरीद मूल्य 2320 रुपए क्विंटल रखा गया है।नमी की मात्रा 17 प्रतिशत रखी गई है।