अमृतसर : शिरोमणि अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को तनखैया घोषित किए जाने के बाद वह करीब ढाई महीने से घर बैठे हैं और अब उन्होंने एक बार फिर से श्री अकाल तख्त के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह को एक मांग पत्र दिया गया है। जिसमें उन्होंने जल्द से जल्द उन पर धार्मिक दंड लगाने का अनुरोध किया है। अकाल तख्त सचिवालय में सौंपे गए पत्र में उन्होंने कहा कि सिख पंथ और पंजाब बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और वह कोई भी कदम उठाने में असमर्थ हैं। क्योंकि अकाल तख्त के आदेशों के अनुसार वह किसी भी राजनीतिक गतिविधि में भाग लेने से परहेज कर रहे हैं।
बादल ने अपने पत्र में कहा माननीय सिंह साहिब दास को आपके द्वारा तनखैया घोषित किए हुए ढाई महीने से अधिक समय हो गया है। एक विनम्र सेवक के रूप में, तख्त साहिब की गरिमा को ध्यान में रखते हुए, मैंने खुद को सांप्रदायिक, राजनीतिक और सामाजिक व्यस्तताओं से दूर रखा है। लेकिन आज सिख पंथ और पंजाब बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है, लेकिन वह वर्तमान में ऐसी विकट परिस्थितियों में मदद करने में असमर्थ हैं, भले ही वह थोपे गए आदेश के कारण ऐसा करना चाहते हों। बादल ने आगे कहा कि पंजाब और शिरोमणि अकाली दल का काम भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब में पंज सिंह साहिबानों की बैठक बुलाने और सिख धार्मिक मानदंडों के अनुसार आगे की कार्रवाई करने की अपील की। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उन्होंने ढाई महीने से किसी भी सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रम में योगदान नहीं दिया है। जिस कारण उन्होंने यह अनुरोध पत्र दिया। उन्होंने कहा है कि उन्हें घर के कुछ काम भी हैं, इसलिए उन्हें जल्द से जल्द धार्मिक शिक्षा दी जाए ताकि वे अपना काम कर सके। सुखबीर बादल ने आश्वासन दिया कि वह अकाल तख्त साहिब द्वारा दिए गए हर आदेश का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है।