अमृतसर: अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में शनिवार शाम कथित तौर पर बेअदबी का प्रयास करने के मामले में विशेष जांच दल का गठन किया गया है. ये जांच दल पंजाब सरकार को दो दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा. स्वर्ण मंदिर में बेअबदबी करने के आरोप में शनिवार को उत्तर प्रदेश के व्यक्ति की गुस्साई भीड़ ने पिटाई कर दी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. यह घटना उस समय हुई जब वह व्यक्ति पवित्र स्थल पर सुनहरी ग्रिल फांदकर तलवार उठाने के बाद उस स्थान के पास पहुंच गया जहां सिख ग्रंथी पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ कर रहा था. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) कार्यबल के सदस्यों ने उस व्यक्ति को पकड़ लिया. जब उसे एसजीपीसी कार्यालय ले जाया जा रहा था तब गुस्साई भीड़ ने उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
इस मामले पर पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. ऐसा लगता है कि वह व्यक्ति इसी लक्ष्य के साथ आया था क्योंकि वह वहां 9-10 घंटे था. उसकी अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है. उप मुख्यमंत्री ने रविवारक को कहा कि इस पूरी घटना की जांच के लिए डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर के तहत एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है. उन्होंने बताया कि यह विशेष जांच दल दो दिन के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट पेश करेगी.
पंजाब के डिप्टी सीएम ने कहा कि साल 2018 में राज्य सरकार ने गुरु ग्रंथ साहिब, भगवतगीता, कुरान और बाइबिल को चोट, क्षति पहुंचाने वाले या अपमान करने वाले को धारा 295A के तहत न्यूनतम 10 साल की कैद करने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा. मैं इसके बारे में फिर से भारत सरकार को लिखूंगा.
उधर पुलिस उपायुक्त पीएस भंडाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश का रहने वाला व्यक्ति लगभग 30 वर्ष का था और उसकी पहचान की जा रही है. सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है कि वह स्वर्ण मंदिर में कब दाखिल हुआ और कितने लोग उसके साथ थे.
घटना के बाद बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालुओं और विभिन्न सिख संगठनों ने एसजीपीसी की ढिलाई के लिए उसकी आलोचना की. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तेजा सिंह समुंदरी हॉल में एसजीपीसी परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है