पंजाब (चंडीगढ़) 30 सितंबर, 2024: पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में, राज्य के किसानों की समृद्धि और आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए, रक्षा सेवा कल्याण, स्वतंत्रता सेनानी और बागवानी मंत्री मोहिंदर भगत ने सोमवार को चंडीगढ़ में बागवानी विभाग द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और कार्यों की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में बागवानी विभाग के विशेष मुख्य सचिव के. ए. पी. सिन्हा ने मंत्री को केंद्र उत्कृष्टता योजना के तहत सब्जी, आलू, लीची और रेशम उत्पादन की जानकारी दी।
बागवानी निदेशक शैलिंदर कौर ने विभाग की योजनाओं के बारे में बताया और राज्य में किसानों के हित के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बागवानी विभाग, भारत सरकार की कृषि अवसंरचना निधि योजना के तहत राज्य की प्रमुख एजेंसी है और इस योजना के तहत विभाग को पहला पुरस्कार प्राप्त हुआ है, जिस पर मंत्री ने संतोष व्यक्त किया।
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कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने अधिकारियों को किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी को उन तक पहुंचाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के लिए विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर उन्होंने किसानों से बागवानी व्यवसाय अपनाने की भी अपील की, जिससे वे अपनी आय में वृद्धि कर सकें।
बैठक के दौरान, बागवानी निदेशक शैलिंदर कौर ने जानकारी दी कि राज्य में रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें तुसर सिल्क के उत्पादन पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, मंत्री ने पंजाब को आलू बीज उत्पादन के हब के रूप में स्थापित करने की योजना पर भी विचार व्यक्त किया और इसके लिए जल्द ही आलू बीज उत्पादकों के साथ बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी आय बढ़ाने वाले व्यवसायों में हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। इस बैठक में बागवानी सचिव अजीत बालाजी जोशी, उप निदेशक बागवानी हरमेल सिंह और हरप्रीत सिंह सेठी भी उपस्थित थे।