चंडीगढ़ः पंजाब की धर्म नगरी अमृतसर में एक एनआरआई युवती के मायके वालों को 25 से ज्यादा लोगों ने पीट-पीट कर घायल कर दिया। हमले में युवती के ससुराल वाले ही शामिल थे। आरोप है कि युवती का पति उससे मारपीट करता था और ससुराल वाले उसे मायके वालों से पैसे मांगने पर मजबूर कर रहे थे, जिसके चलते दोनों पक्षों को पुलिस थाने में बातचीत के लिए बुलाया गया था।
इसी दौरान डीएसपी कार्यालय के पास करीब 25 लोगों के एक गुट ने युवती के पिता, भाई और बुआ पर हमला कर दिया। इन लोगों पर डंडे और लाठियों से बुरी तरह प्रहार किए गए, जिसके चलते वे घायल हो गए। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो गया, जिसमें महिला चिल्ला-चिल्ला कर कह रही है कि तुम मेरे बेटे जैसे हो हमें बख्श दो। पुलिस के पहुंचने तक सभी आरोपी फरार हो चुके थे। पुलिस ने अस्पताल ले जाकर घायलों का उपचार करवाया। मामले की जांच जारी है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक युवती की बुआ कंवलजीत कौर ने शिकायत की है कि उसकी भतीजी मोगा की रहने वाली है और उसकी शादी मजीठा के गांव नाग कलां में सरपंच सुखवंत के बेटे से हुई है। शादी के बाद वह अपने पति के साथ विदेश में रह रही है। युवती ने एनआरआई थाने में शिकायत दर्ज करवाई है कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता रहता है। यही नहीं उसके ससुराल वाले आए दिन मायके वालों से पैसे लेकर आने के लिए मजबूर करते रहते हैं।
कंवलजीत कौर का कहना है कि जब वह अपने भाई और भतीजे के साथ गाड़ी में वापिस लौट रही थी तो डीएसपी ऑफिस के पास कुछ लड़के खड़े हुए थे। उन्होंने लाठियों और डंडों से उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया। कंवलजीत का आरोप है कि वापसी से पहले उन्होंने डीएसपी को इस हमले की आशंका जाहिर की थी। इसके बावजूद उन्होंने कुछ नहीं किया। पुलिस भी घटनास्थल पर मारपीट के बाद पहुंची। उन्होंने कहा कि हमले के वक्त करीब 25 लड़के थे। उनके साथ सरपंच और उनकी पत्नी भी मौजूद थी। हमले के दौरान यह युवक पुलिस का साथ होने का भी दावा कर रहे थे। हालांकि पुलिस ने इस बात से इनकार किया है। इस बारे में ASI नरिंदर सिंह का कहना है कि हमले की सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन युवक फरार हो चुके थे। उन्होंने कहा कि युवकों को हिरासत में लेकर जल्द ही पूछताछ की जाएगी।