पटियालाः खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) के नेता जगजीत डल्लेवाल लगातार 19वें दिन आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। वहीं शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच के लिए निकले किसानों का जत्थे पर प्रशासन द्वारा आंसू गैस के गोले दागे गए और पानी की बौछारे की गई। इस घटना में कई किसान घायल हो गए। जिसके बाद तीसरी बार दिल्ली कूच के लिए रवाने होने वाले जत्थे को किसान नेता ने वापिस बुला लिया है। वहीं किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल की सेहत को लेकर पूरा देश चिंतित है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नहीं।
पंधेर ने कहा कि इस घटना में 15 किसान घायल हो गए। है। पंधेर ने कहा कि जल्द ही अगली रणनीति बताएंगे। दूसरी ओर हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर शनिवार को किसान ने आत्महत्या की कोशिश की है। उसने धरना स्थल के पास सल्फास निगला। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। किसान नेता अस्पताल पहुंच रहे हैं। किसान की पहचान लुधियाना के खन्ना के रहने वाले जोद सिंह के रूप में हुई है। वह शनिवार को ही मोर्चे में पहुंचा था। संभावना है कि किसानों को दिल्ली न जाने देने से आहत होकर उसने ये कदम उठाया।
बता दें कि दोपहर 12 बजे 101 किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए, लेकिन पुलिस ने उन्हें घग्गर नदी पर बने पुल पर की बैरिकेडिंग पर रोक लिया। 40 मिनट तक पुलिस से बहस के बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। जिसमें 15 किसान घायल हुए। करीब 2 घंटे बाद यानी 2 बजे किसानों के जत्थे को वापस बुला लिया गया। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने रॉकेट लॉन्चर से बम-गोलियां चलाई। घग्गर नदी का गंदा और केमिकल वाला पानी प्रयोग किया।
किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि 16 दिसंबर को पंजाब को छोड़कर पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाले जाएंगे। 18 दिसंबर को पंजाब में 12 बजे से 3 बजे तक रेल रोको अभियान चलाया जाएगा। 18 तक कोई जत्था दिल्ली कूच नहीं करेगा। मार्च के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के 12 गांवों में इंटरनेट बैन 18 दिसंबर तक बढ़ा दिया है।