पटियालाः शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच के लिए निकले 101 किसानों पर आज फिर से प्रशासन द्वारा पानी की बौछारे की गई और आंसू गैस के गोले दागे गए। जिसके बाद फिर से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। वहीं टियर गैस के कारण 2 किसानों के घायल होने की घटना सामने आई है, घायल किसानों को उपचार के लिए एंबुलेंस की मदद से अस्पताल ले जाया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार अंबाला के DC और SP किसानों से बातचीत के लिए पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि 18 दिसंबर तक मामले में बड़ा डेवलपमेंट होने जा रहा है। आपकी मांगें सरकार तक पहुंचाई गई हैं। आप हाईकोर्ट पर भरोसा कीजिए। हाई पावर कमेटी से मीटिंग जल्द करवाई जाएगी। मगर आप सिर्फ हमारी बात मानें। दिल्ली के लिए रवाना हुए किसानों को हरियाणा पुलिस के अधिकारी समझाने में लगे हुए हैं। किसान पुलिस के शेड पर न चढ़ें, इसलिए शेड के ऊपर वाटर कैनन तैनात कर दिया है। किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
बताया जा रहा है कि शंभू बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन की ओर से लगाई गई बैरीकेडिंग पर पहुंचे किसानों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हल्की झड़प हुई है, लेकिन किसान दिल्ली जाने के लिए अडे़ हुए हैं और बेरीकेडिंग के पास किसान गए हैं। इस दौरान किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश भी की। पंढेर ने कहा कि हमें खनौरी से सूचना मिल रही है कि जगजीत सिंह दल्लेवाल की तबीयत ठीक नहीं है। पीएम और गृह मंत्री को छोड़कर पूरा देश उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है। न तो वे हमारे दिल्ली मार्च को लेकर चिंतित हैं, न ही वे खनौरी में जो हो रहा है, उससे चिंतित हैं। हमारा मानना है कि समिति बनाना हमारी समस्या का समाधान नहीं है।
अगर सरकार समाधान पर पहुंचना चाहती है, तो उन्हें हमारे साथ बातचीत करनी चाहिए। बता दें कि किसानों ने विरोध प्रदर्शन के 307वें दिन अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें राजधानी दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए थे। पुलिस की कार्रवाई के कारण विरोध स्थल पर तनाव पैदा हो गया, क्योंकि किसानों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन अधिकारियों ने सुरक्षा चिंताओं और दिल्ली में प्रदर्शनकारियों की आवाजाही को नियंत्रित करने की आवश्यकता का हवाला देते हुए उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया।