पटियालाः पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने नगर निगम पटियाला के सहायक टाउन प्लानर (ATP) जसपाल सिंह और पटियाला के आर्किटेक्ट अनीश खन्ना को 50 हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है। मामले संबधी अशोक कुमार निवासी पातड़ां जिला पटियाला ने शिकायत दी थी कि उन्होने अपनी बिल्डिंग का नक्शा पास करवाने के लिए पोर्टल पर अपलोड किया है जिस को एटीपी जसपाल सिंह द्वारा जानबूझ कर ओबजैक्शन लगा कर परेशान किया जा रहा था। जब इस बारे पता किया तो पता चला कि एटीपी नक्शा पास करने की एवज में 1 लाख रुपये की मांग कर रहा है।
50 हजार में तय हुई बात
जिस पर उसे 50 हजार रुपये दे दिए गए बाकि नक्शा पास होने के बाद देने की बात हुई। नक्शा पास करने के उपरंत शिकायतकर्ता ने विजीलैंस विभाग को शिकायत दी जिसके बाद ट्रैप लगाकर आर्किटैक्ट अनीश खन्ना तथा एटीपी जसपाल सिंह को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ काबू कर लिया गया। आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के थाना पटियाला रेंज में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को कल अदालत में पेश किया जाएगा।
अस्पताल का नक्शा पास करने के बदले मांगे रुपए
शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो को दी शिकायत में बताया था कि उसके अस्पताल की इमारत का नक्शा पास करने के बदले आरोपी जसपाल सिंह ने आर्किटेक्ट अनीश खन्ना के माध्यम से 1 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। उक्त ATP पहले ही आर्किटेक्ट के जरिए 50 हजार रुपए रिश्वत ले चुका था और बाकी राशि की मांग कर रहा था। शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाकर आरोपी आर्किटेक्ट को रिश्वत की दूसरी किस्त के रूप में 50,000 रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
कई और लोग आए रडॉर पर
विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि अब इस सारे मामले की जांच की जाएगी। उन्हें अंदेशा है कि कई और लोग सामने आएंगे, जो कि इन लोगों ने शिकार बनाए हैं। जरूरत पड़ी तो आने वाले पिछले समय में इनके द्वारा पास किए नक्शों की जांच की जाएगी। इससे पहले भी कई अधिकारी पकड़े गए।