कांग्रेस नेता का कालोनियों में दबिश को लेकर आया बड़ा बयान
लुधियानाः कांग्रेस के पूर्व मार्केट कमेटी चेयरमैन के खिलाफ विजिलेंस की ने बड़ी कार्रवाई की। पूर्व मार्केट कमेटी चेयरमैन पर सरकारी खजाने से करोड़ों रुपये गबन का आरोप लगाया गया। वहीं इस मामले में विजिलेंस ने 14 अवैध कॉलोनियों पर छापेमारी की। मामले की जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता दर्शन ने बताया कि उन्हें फोन आया है, जिसके बाद वह खुद मामले की जांच करने आए है। वहीं उन्होेंने कहा कि खुद अपनी कालोनी में उक्त अधिकारियों से मिलने आए है और उनसे पता करना चाहते है कि वह किस मामले को लेकर जांच के लिए आए है। कांग्रेस नेता ने उनकी अन्य कालोनियों में दबिश देने के मामले को लेकर कहा कि वह अलग मैटर है।
उन्होंने कहा कि किसी ने शिकायत की थी तो उस मामले में वह दूसरी विजिलेंस की (इनक्वायरी वाली) टीम है जो जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी ने शिकायत की थी कि डेढ से दो किले जमीन बनाई है। उन्होंने कहाकि इस मामले में दो साल पहले की जांच चल रही है। सड़कों को मापने के मामले को लेकर कहा कि उनके द्वारा कोई सड़क नाले पर नहीं बनी है। उन्होंने कहा कि खसरा नंबर में उनकी मालिकी है। वहीं मीटर बंद किए जाने को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि वह सरकार द्वारा बंद किए गए है। उन्होंने कहा कि एनओसी अब खुली है।
कांग्रेस नेता से जब पूछा गया कि उनकी कालोनी पर जो दबिश दी गई है क्या उनकी कालोनी लीगल है तो कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी कालोनी ना तो लीगल है और ना ही अन लीगल है। उन्होंने कहा कि उनकी कालोनी रेगुलर अप्रूवड करवाई हुई है। उन्होंने कहा कि 2018 की पॉलिसी के तहत पैसे जमा करवाए हुए है। कांग्रेस नेता ने कहा कि पॉलिसी के तहत के नक्शा पास नहीं होता। कांग्रेस नेता ने सारी हाईकोर्ट का कालोनी पर स्टे लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि सारी कालोनी प्रूवड है, वहीं पार्किंग को लेकर कहा कि फौजी वाला प्लाट उन्होंने लिया हुआ है। कांग्रेस नेता ने कहा कि उनके पास हाईकोर्ट के स्टे की कॉपी मौजूद है।
उन्होंने कहा कि उन्हें इस कार्रवाई को लेकर कोई खतरा नहीं है, इससे पहले भी कई जांच अधिकारी आकर जांच करके जा चुके है। वहीं जांच अधिकारी से इस मामले को लेकर बात की गई तो उन्होंने इस मामले को लेकर कहा गया कि वह विजिलेंस लुधिायाना की ओर से आए है। उन्होंने कहा कि वह मोहाली से आए हुए है। वहीं इस मामले को लेकर उन्होंने कोई भी जवाब देने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले की पूछताछ के लिए विजिलेंस लुधियाना दफ्तर में अधिकारी अधिक जानकारी दे पाएंगे।