
25 जनवरी को अमेरिका पहुंचा जसकरण
जालंधर, ENS: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पद संभालते ही अवैध तरीके से रह रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। इस दौरान अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे 104 भारतीयों को डिपोर्ट किया गया। डिपोर्ट किए गए भारतीयों में 30 पंजाबी शामिल है, जिनमें 4 जालंधर के रहने वाले है। इसमें देहात के चेहड़ू में रहने वाला जसकरण सिंह भी शामिल है। हालांकि पास्टपोर्ट सलारिया नानका परिवार का बना हुआ था। मीडिया से बात करते हुए जसकरण के पिता जोगा सिंह ने बताया कि बेटा 6 महीने पहले विदेश गया था, जहां 2 से ढाई महीने वह दुबई में रहा।
जिसके बाद वह 25 जनवरी को मैक्सिको में दाखिल हुए। इस दौरान वहां पर उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पिता ने बताया कि वह काफी मुश्किलों का सामना करते हुए अमेरिका पहुंचा था। जोगा सिंह ने कहा कि कर्ज उठाकर 45 लाख रुपए लगाकर उन्होंने बेटे को विदेश भेजा था। परिवार का कहना है कि अब बेटे के वापिस आने से सारे सपने अधूरे रह गए। घर में 4 बच्चियां है, परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो गया।
जोगा सिंह ने कहा कि वह सरकार से आर्थिक सहायता करने की अपील है। पिता ने बताया कि देर रात जसकरण घर पहुंचा और उसने वहां पर आ रही दिक्कतों के बारे में बताया। जोगा सिंह ने कहा कि एजेंट दुबई में रहता है और उसने बेटे के साथ धोखाधड़ी करके उसे फंसाया है। अमेरिका से डिपोर्ट होने के बाद आज सुबह ही जसकरण सिंह शहर की ओर किसी काम के सिलसिले से चला गया।