
जालंधर, ENS: सरकार के खिलाफ PUNBUS और PRTC यूनियन के कच्चे कर्मियों ने एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया। दरअसल, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने में हो रही देरी को लेकर ठेका कर्मचारियों यूनियन ने रोष प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके अपनी भड़ास निकाली। डिपो समक्ष हुए एकत्रित हुए यूनियन कर्मचारियों ने कहा कि ट्रांसपोर्ट मंत्री द्वारा पिछली मीटिंग के दौरान अधिकारियों को मांगों पर एक्शन करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन समय बीत जाने के बावजूद उनकी मांगों का हल नहीं हो पाया।
प्रवक्ताओं ने कहा कि सरकार की नीतियों से जाहिर हो रहा है कि यूनियन को नजरअंदाज करके उनकी वाजिब मांगों को ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है, लेकिन यूनियन इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। प्रदेश कमेटी के वरिष्ठ पदाधिकारी दलजीत सिंह जल्लेवाल व डिपो-1 से चानण सिंह ने कहा कि 400 बसें कंडम होने की कगार पर खड़ी हैं लेकिन विभाग द्वारा निजीकरण की नीतियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
किलोमीटर स्कीम की बसें डालकर सरकार को चूना लगाया जा रहा है और डिपुओं में खड़ी बसों को चलाने की तरफ उचित ध्यान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने चक्का जाम की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार द्वारा तुरंत प्रभाव से कोई कदम नहीं उठाया गया तो वह चक्का जाम को मजबूर हो जाएंगे जिसके लिए मैनेजमैंट व सरकार की नीतियां जिम्मेदार होंगी। कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने सहित कर्मचारियों को विभाग के अन्तर्गत लेने की मांग पर जोर दिया गया। वहीं, विभाग द्वारा लगाई जाने वाली कंडिशनों व लगातार हो रही रिपोर्ट संबंधी नियमों में बदलाव करने की मांग को प्रमुखता से उठाया गया।