
परिजनों का छलका दर्दः सरकार से लगाई गुहार
जालंधर, ENS: रूस और यूक्रेन युद्ध में फंसे भारतीय नागरिकों की पहचान के लिए पिछले दिनों रशिया सरकार ने भारत सरकार को ई-मेल करके उनके पारिवारिक सदस्यों के डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट मांगी थी। जिसके चलते भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा आज पारिवारिक सदस्यों के डीएनए टेस्ट दिल्ली के एम्स अस्पताल में करवाए जाएंगे। जिसके चलते केंद्र द्वारा 13 परिवारों के फैमिली ग्रुप बनाए गए। जिसमें पहले ग्रुप में पंजाब के जालंधर के कस्बा गोराया और जम्मू कश्मीर के जिला कुपवाड़ा के इन दोनों पारिवारिक सदस्यों के DNA टेस्ट किए जाएंगे। हालांकि 10 से 12 दिन पहले रशिया सरकार द्वारा ई-मेल भेज कर डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट 14 से 15 दिन मांगी गई थी, लेकिन इस टेस्ट में देरी हो गई है। ऐसे में पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ सकती है।
गौर हो कि रूस और यूक्रेन में जारी जंग को 3 साल का समय होने जा रहा है, लेकिन अभी भी यह जंग जारी है। इस दोनों देशों के युद्ध में कई भारतीय नागरिक और देश के नौजवान वहां फंसे हुए हैं और उन्हें वापस लाने के लिए पारिवारिक सदस्य काफी परेशानियों का सामना कर रहा हैं। पिछले 1 साल से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी उन्हें वापस लाना पारिवारिक सदस्यों के लिए मुश्किल हो रहा है। दूसरी ओर रशिया सरकार द्वारा भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से रूस आर्मी में भर्ती या लापता हुए लोगों के पारिवारिक सदस्यों की डीएनए रिपोर्ट मांगी गई है। आज पारिवारिक सदस्यों के डीएनए टेस्ट करने के बाद उनकी रिपोर्ट रूस सरकार को केंद्र भेजेगी। पारिवारिक सदस्यों का कहना है कि डीएनए टेस्ट करवाने के बाद वह कुछ दिन रूकेंगे जिसके बाद वह पारिवारिक सदस्यों को ढूंढने के लिए रशिया के लिए रवाना होंगे।
जम्मू कश्मीर के जिला कुपवाड़ा के रहने एजाज़ अमीन अपनी मां जमीला बेगम के साथ देर रात जालंधर बस स्टैंड पहुंचे और पंजाब के जालंधर के जगदीप कुमार को मिले। जगदीप अपनी मां सुरिंदर कौर और एजाज़ की मां के साथ सरकारी बस पकड़कर कर दिल्ली के लिए रवाना हुए। दिल्ली जाने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कश्मीर के एजाज़ अमीन ने कहा सरकार द्वारा डीएनए टेस्ट दिल्ली के एम्स अस्पताल में करवाए जाएंगे, लेकिन अगर वह यह टेस्ट दिल्ली ना बुलाकर अगर वहीं पर टेसट करवाए जाते तो उनको थोड़ा आसान होता।
उन्होंने कहा कि पहले से ही वह परेशानी का सामना कर रहे हैं क्योंकि उनका भाई जहूर अहमद पिछले सवा साल से रशिया में फंसा हुआ है और अब भारत सरकार द्वारा उन्हें उनकी मां सहित दिल्ली डीएनए टेस्ट के लिए बुलाया गया है तो ऐसे में बड़ी मुश्किल से वह सफर को तय कर दिल्ली जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें पता है कि डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट रशिया सरकार क्यों मांग रही है। एजाज़ ने कहा कि उनकी मां की तबीयत काफी खराब है और इतनी खराब तबीयत में भी सरकार द्वारा उन्हें कोई राहत नहीं दी गई जबकि उनका डीएनए टेस्ट वही करवा देना चाहिए था लेकिन सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी और मजबूरन उन्हें अब दिल्ली जाकर डीएनए टेस्ट करवाना पड़ रहा है।एजाज़ की मां जमीला बेगम ने रोकर सरकार से अपील की है कि सरकार उनकी मदद करे और उनके बेटे को जल्द से जल्द ढूंढ कर उनसे मिलवाए।
जालंधर के जगदीप कुमार ने कहा कि डीएनए टेस्ट करवाने के लिए वह बस पड़कर दिल्ली जा रहे हैं और सुबह 9 बजे एम्स अस्पताल में डीएनए टेस्ट करवाने का समय दिया गया है।उन्होंने बताया कि पहले ग्रुप में दो फैमिली के पारिवारिक सदस्यों के डीएनए टेस्ट होंगे और फिर बाकी ग्रुप में चार-चार पारिवारिक सदस्यों की डीएनए टेस्ट किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मां को साथ लेकर वह डीएनए टेस्ट करवाने जा रहे हैं और इसी बीच में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जगदीप ने कहा कि डीएनए टेस्ट करवाने के बाद वह रूस जाएंगे और अपने भाई मनदीप की तलाश करेंगे। सरकार से अपील कि उन्हें आर्थिक सहायता की जाए और परेशानी के समय में उनका साथ दिया जाए। दूसरी ओर रूसी आर्मी में भर्ती मनदीप की मां सुरिंदर कौर ने कहा की डीएनए टेस्ट करवाने के लिए दिल्ली जा रहे है और वह भारत सरकार से अपील भी करती हैं कि उनका सहयोग किया जाए और उनके बेटे को ढूंढने के लिए सरकार उनकी मदद करें और प्रयास भी करें।