जालंधर, ENS: चाइना डोर का आतंक रूकने का नाम नहीं ले रहा। पंजाब सरकार द्वारा भले ही रोक लगाई है, लेकिन उसके बावजूद चाइना डोर चोरी छिपे बिक रही है और इससे हादसे होने की घटनाएं भी सामने आ रही है। ताजा मामला जालंधर-फगवाड़ा गेट नंबर 4 से सामने आया है, जहां चाइना डोर की चपेट में आने से कबूतर की मौत हो गई।
वहीं इस घटना को लेकर दुकानदारों में रोष पाया जा रहा है। उनका कहना है कि चाइना डोर पर प्रतिबंध होने के बावजूद अभी तक बिक रही है और इस घातक डोर से जहां लोग घायल हो रहे है, वहीं पक्षी भी हादसे का शिकार हो रहे है। वहीं मामले की जानकारी देते हुए दुकानदार ने कहा कि 1995 में धागा डोर का ही इस्तेमाल होता था, लेकिन अब पिछले कुछ सालों से चाइना डोर मार्किट में आनी शुरू हो गई है। इस डोर से आज पक्षी की मौत हो गई। वह खुद इस घातक डोर से बाल-बाल बचे थे। उन्होंने चाइना डोर को बंद करने की अपील की है। उन्होंने प्रशासन से इस डोर पर सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है और दुकानदारों को कहा कि वह इस घातक डोर को बेचना ही बंद कर दें।
दूसरी ओर अन्य दुकानदार ने कहा कि पक्षी पिछले 2 दिन से चाइना डोर से मरा हुआ है। उन्होंने कहाकि इस घातक डोर से जहां लोग घायल हो रहे है वहीं पक्षियों की जान जा रही है। इस डोर से वाहन सवारों के गले कटने के मामले सामने आ रहे है। उन्होंने ट्रांसपोर्ट से ही चाइना डोर आनी बंद होने की गुहार लगाई है। दुकानदार ने कहाकि अगर ट्रांसपोर्ट से भारी मात्रा में डोर के गट्टू के डिब्बे ना आए तो दुकानों पर कहां बिकेगी। वहीं दुकानदारों में रोष है कि मिली भगत से अभी तक चाइना डोर बिक रही है, नहीं इतने लंबे समय से प्रशासन इस डोर पर नकेल कस रहा है, लेकिन भी यह डोर बिकने से नहीं रूक रही।