जालंधरः आयुर्वेद डाक्टर का काम छोड़ शेयर मार्केट में पैर रखा, लेकिन पैसे डूब गए। फिर जल्द अमीर बनने के लिए यू-ट्यूब से फर्जी डिग्री बनानी सीख ली। आरोपी तीन महीने में पंजाब के शहरों में 100 से ज्यादा ग्राहकों को डिग्रियां बनाकर दे चुके है। उक्त बातों का खुलासा आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ के दौरान किया। गिरोह का सरगना पुष्कर गोयल वासी कपूरथला और उसके साथी वरिंदर कुमार वासी मोता सिंह नगर को पुलिस ने चार दिन के रिमांड पर लिया है।
रिमांड के दौरान पुलिस को पता चला कि फर्जी डिग्री बनाना सीखने के बाद पुष्कर ने अपने पुराने जानकार वरिंदर के साथ बात की और एक डिग्री पर कमीशन पर काम करने को कहा। पुष्कर वाट्सएप के जरिए ग्राहकों से बात करता था और बाद में मोबाइल से चैट को डिलीट कर देता था। पुलिस ने आरोपित से बरामद मोबाइल को फारेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, ताकि पता चल सके कि वह कितने लोगों को फर्जी डिग्री को 10 से लेकर 30 हजार रुपए के हिसाब से बेचता था। पुलिस पुष्कर के बैक खातों को खंगालने में जुटी हुई है। ताकि पैसों के लेनदेन के बारे में पता चल सके।