फिरोजपुरः जिले के गांव इच्छेवाला में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी करने की घटना सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार एक परिवार द्वारा धर्म परिवर्तन करने के बाद धार्मिक ग्रंथ, हिंदू देवी-देवताओं की स्वरूप को सीवरेज के गटर के पास फेंक दिया। जब इसकी जानकारी गांव के गुरुद्वारा पाठी को मिली तो गुरुद्वारा पाठी कुलवंत सिंह ने सिख स्टूडेंट फेडरेशन के साथ मिलकर धार्मिक ग्रंथ और तस्वीरें गुरुद्वारा साहिब में लेकर आए।
जब उन्होंने प्लास्टिक की थैली में फेंके गए धार्मिक ग्रंथों की तस्वीरें निकालीं, तो जिस परिवार के ये धर्मिक ग्रंथ और धार्मिक तस्वीरें फेंककर बेअदबी की थीं, उनकी तस्वीर निकल कर सामने आ गई। जिसके बाद जब सिख संगठनों ने उक्त परिवार के घर जाकर उनसे इस घटना के बारे में पूछा तो उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने धर्म परिवर्तन किया है और पादरी ने उनके घर से यह धार्मिक रूप लेकर चले गए थे। जिसके बाद उक्त परिवार के घर पर सिख जत्थेबंदिया भड़क और इस मामले को लेकर माहौल गरमा गया।
सिख जत्थेबंदियों ने कहा कि परिवार ने धार्मिक ग्रंथ और तस्वीरों की बेअदबी को मान लिया है। जिसके बाद गुस्साएं सिख जत्थेबदिंयों द्वारा पीड़ित से मारपीट की गई और घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद उक्त व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने बताया कि उन्हें बेअदबी की घटना की सूचना मिली थी, जिसके बाद वह गांव पहुंचे तो पता चला धरमिंदर सिंह द्वारा धर्म परिवर्तन किया गया। इस दौरान उन्होंने पादरी को धार्मिक ग्रंथ और तस्वीरें दी थी जो कि वह रास्ते में गटर के पास से मिली।