
चंडीगढ़ः अमेरिका से अवैध प्रवासियों का निर्वासन जारी है। 5 फरवरी को अमेरिकी सेना का विमान 104 भारतीयों को लेकर पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब 119 यात्री को अमेरिका से डिपोर्ट किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि दूसरा विमान कल 15 फरवरी को अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड करेगा, लेकिन पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने अवैध प्रवासियों की पंजाब में लैंडिंग पर सवाल उठाए हैं। इन 119 लोगों में पंजाब के 30 हरियाणा ओर गुजरात के 33–33 लोगों के इलावा उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र ओर चंडीगढ़ के भी लोग शामिल होंगे।
उन्होंने सवाल किया है कि अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर भारत आने वाले अमेरिका के सैन्य विमान गुजरात, हरियाणा, दिल्ली में क्यों नहीं उतर रहे? उन्होंने कहा कि यह भाजपा द्वारा पंजाब की छवि खराब करने का प्रयास है। अमेरिका के सैन्य विमान को अहमदाबाद में उतरना चाहिए। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब को निशाना बना रही है। सरकार यह सुनिश्चित करके पंजाब को बदनाम करना चाहती है कि निर्वासित भारतीयों को ले जाने वाला विमान अमृतसर में ही उतरे।
सूत्रों के अनुसार, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पहले पुष्टि की थी कि अमेरिका ने भारत को 487 अवैध भारतीय नागरिकों के बारे में बताया है, निष्कासित किए जाने के आदेश राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंन ने दिए हैं, लेकिन निर्वासित किए गए भारतीयों ने आरोप लगाया है कि अमेरिका से भारत की यात्रा के दौरान उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।
पूरे सफर में उनके हाथ और पैर बेड़ियों में जकड़े रहे और एयरपोर्ट पर उतरने के बाद ही बेड़ियां खोली गईं। निर्वासित भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार के मुद्दे पर बात करते हुए मिस्त्री ने इसे चिंतनीय बताया और आश्वासन दिया कि भारत सरकार इस मामले को अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष उठाएगी। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप से इस बारे में बात करे समस्या का समाधान कराएगी।