अमृतसरः कांग्रेस के पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू के बाद विवाद शुरू हो गया। वहीं इस मामले को तूल पकड़ता देख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने माफी मांग ली है। राजा वडिंग ने माफीनामा श्री अकाल तख्त साहिब को भेज दिया है। इंटरव्यू में राजा वड़िंग ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार पर सुखबीर बादल के लिखे शब्द बोलने के आरोप लगाए थे। जिसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से राजा वड़िंग को चेतावनी जारी कर माफी मांगने के लिए कहा गया था। हालांकि, राजा वड़िंग ने दो दिन पहले ही मीडिया व लोगों के सामने आकर इसके लिए माफी मांग ली थी, लेकिन अब उन्होंने लिखित माफीनामा श्री अकाल तख्त साहिब पर भेज दिया है।
जिसमें राजा वड़िंग ने लिखा है कि, श्री अकाल तख्त साहिब और वहां के जत्थेदार साहब मेरे लिए बहुत आदरणीय हैं। एक विनम्र सिख के रूप में, मैंने हमेशा श्री अकाल तख्त साहिब के सभी नियमों का पालन किया है और जीवन भर उनका पालन करता रहूंगा। आप जिस स्थान पर हैं उसके बारे में मैं कभी कोई आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बारे में सोच भी नहीं सकता। मैं सिख परंपरा में रहने वाला एक सिख हूं और पिछले दिनों मेरे द्वारा की गई टिप्पणियां एक अन्य राजनीतिक दल से संबंधित थीं। हालांकि, अगर मैंने अनजाने में इस महान संगठन की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है, तो मुझे खेद है। मैं श्री अकाल तख्त साहिब जी के सामने सिर झुकाकर जत्थेदार साहिब जी से माफी मांग रहा हूं।
मैं समझता हूं कि मनुष्य भुल्लनहार होता है और गुरु बख्शनहार होते हैं। मेरी प्रार्थना है कि मेरा उपर्युक्त अपराध क्षमा किया जाए। आप जी का हुक्म हमेशा सर माथे पर। इंटरव्यू के प्रकाशित होने के बाद श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से आदेश जारी किया था कि राजा वडिंग माफी मांगे। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा था कि ऐसे बयानों से श्री अकाल तख्त साहिब की संप्रभु पहचान और गरिमा को ठेस पहुंची है। श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय द्वारा जारी एक लिखित बयान में सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब छठे पातशाह श्री गुरु हरगोबिंद साहिब द्वारा बनाया गया सच्चा राज सिंहासन है। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब गुरमत के सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व करने वाला सिखों का सर्वोच्च स्थान है और सिख सिद्धांतों की अवहेलना करने वाले किसी भी व्यक्ति को चाहे वो कितना भी बड़ा उसे बक्शा नहीं जाता।
जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ने कहा कि उनके ध्यान में आया है कि राजा वडिंग ने अपने राजनीतिक रसूख वाले बयान में श्री अकाल तख्त साहिब की संप्रभुता और गरिमा को गंभीर चोट पहुंचाई है, जो पूरी तरह से असहनीय है। कांग्रेस के पंजाब प्रधान राजा वडिंग ने एक निजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए विवादास्पद टिप्पणी की थी। राजा वडिंग ने इस बयान को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह से माफी मांगी है। उन्होंने जत्थेदार से माफी मांगते हुए कहा था कि उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात कही, लेकिन अगर इससे किसी भी तरह से जत्थेदार साहब की छवि को ठेस पहुंची है तो वह सिर झुकाकर उनसे माफी मांगते हैं।