नई दिल्ली: 31 अक्टूबर दिवाली के उत्सव पर दिल्ली रोशनी से जगमग हुई थी। कोई पूजा-पाठ में बिजी था तो कोई आतिशबाजी में। सब अपने-अपने तरीके से दिवाली के उत्सव को मना रहे थे। आकाश भी अपने घर में दिवाली का जश्न मना रहे थे। मगर उन्हें कहां पता था कि घर के बाहर पटाखे जलाते वक्त उनका सामना मौत से होगा। जी हां, दिल्ली के शाहदरा इलाके में दिवाली की रात दिल दहला देने वाली घटना हुई। पटाखों के शोर में हमलावरों ने चाचा-भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घर पर दिवाली मना रहे आकाश को अपराधियों ने सबके सामने गोली दी। इस गोलीबारी में आकाश और उनके भतीजे ऋषभ की मौत हो गई है। जबकि आकाश का बेटा कृष घायल हो गया।
हमलावारों ने पहले किया राम राम, छुए पैर और चला दी गोली, चाचे-भतीजे की मौत
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— Encounter India (@Encounter_India) November 1, 2024
सबसे पहले जानते हैं कि आखिर यह मर्डर कैसे हुआ? दिल्ली में डबल मर्डर की मिस्ट्री सुलझाने के क्रम में दिल्ली पुलिस को सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा है। इस फुटेज के मुताबिक, आकाश अपने बेटे और भतीजे के साथ घर के बाहर दिवाली मना रहे हैं। बच्चे पटाखे जला रहे हैं। तभी स्कूटी से दो बदमाश आते हैं। एक उस स्कूटी से उतरकर खड़ा हो जाता है। दूसरा स्कूटी पर ही बैठा रहता है। आकाश जब अपने बच्चों के साथ पटाखा फोड़ रहे थे, तभी हमलावरों में से एक ने पैर छूकर कहा- चाचा राम-राम। उसके बाद फिर कहा कि यही है गोली मार दो। उसके बाद एक हमलावर अपने कमर से बंदूक निकालता है और घर में घुसकर आकाश को मारता है।
इस गोलीबारी में आकाश और भतीजे ऋषभ की मौत हो जाती है। हमलावरों ने घर के द्वार पर ही इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस की मानें तो इस वारदात में हमलावरों ने कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का सहारा लिया है। आकाश को गोली मारने के बाद एक गोली उनके बेटे कृष को भी लगी, जो घर के अंदर था। फिर हमलवार बाहर को आया तो गली की तरफ भागते हुए आकाश के भतीजे ऋषभ ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की तो उसे गली में गोली मार दी गई। अगर ऋषभ उनके पीछे नहीं भागता तो वो शायद बच सकता था।