अलवरः यहां एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। पॉलिटेक्निक में डिप्लोमा कर रहे और सैलून की दुकान में काम करने वाले 2 लड़कों ने छत्तीसगढ़ के रिटायर्ड अधिकारी से 54 लाख रुपए की ठगी की। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की साइबर थाना पुलिस ने शुक्रवार को दोनों लड़कों को अलवर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से 2 मोबाइल कब्जे में लिए हैं। इसके अलावा बैंक से जुड़े सभी दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इन आरोपियों ने तीसरे साथी का नाम बताया है, जो इनको खाते और मोबाइल नंबर मुहैया कराता था।
जानकारी देते क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विजय चौधरी ने बताया कि जुलाई 2024 में बिलासपुर (छत्तीसगढ़) रेंज साइबर थाने में सेंट्रल सर्विस से रिटायर्ड जयसिंह चंदेल (71) ने एफआईआर दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने मेरे मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसने की बात कहकर मेरे साथ ऑनलाइन फ्रॉड किया है। उन लोगों ने 54 लाख 30 हजार रुपए ठग लिए।
इस मामले में सितंबर महीने में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर 22 से 23 लाख रुपए रिकवर किए गए थे। इन आरोपियों में एक हरियाणा और दो श्रीगंगानगर के थे। कुछ राशि अलवर के एक अकाउंट में पहुंची तो हमें टेक्निकल इनपुट मिला था कि दो आरोपी अलवर (राजस्थान) में है। इसी आधार पर अलवर से इन दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपी फरार है।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने जय सिंह चंदेल के मोबाइल से पोर्न वीडियो अपलोड करने का आरोप लगाया और वॉट्सऐप पर एफआईआर की कॉपी भेजी। इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की ओर से करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आपका नाम मनी लॉन्ड्रिंग और चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में आ गया है। इसके बाद एक अन्य युवक ने मुंबई पुलिस का अधिकारी विनायक बनकर बात की और डराने-धमकाने लगे।
बदमाशों ने धमकाया कि एक व्यक्ति के घर से 274 एटीएम कार्ड मिले हैं। उसमें एक कार्ड आपका है। इस मामले में ईडी की जांच भी चल रही है। यह कहकर फोन काट दिया। फिर 2 जुलाई को फोन कर कहा- सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है, जिसके अनुसार आपके बैंक में जमा पैसे की जांच होगी। आप एक ही बैंक के खाते में पूरा पैसा जुटा लो। इसके बाद ईडी और सुप्रीम कोर्ट के फर्जी कागजात भेजकर 14 लाख ट्रांसफर करा लिए।
अगले दिन 3 जुलाई को बदमाशों ने फोन कर कहा- म्यूचुअल फंड की जांच कराएं और 35 लाख रुपए जमा करा लिए। फिर 13 जुलाई को फोन कर रुपए की जांच पूरी होने की बात कही। तब 10 लाख रुपए डिपॉजिट करने के लिए कहा। फिर आरोपियों ने दबाव देकर 5 लाख रुपए जमा करा लिए। सभी आरोपी मिलकर 15 दिन तक जय सिंह चंदेल के संपर्क में रहे और झांसे में ले लिया। इस तरह करीब 54 लाख रुपए ठगों ने अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद पीड़ित को शक हुआ तो वे पुलिस थाने पहुंचे और रिपोर्ट दी।
क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर विजय चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार हुए इन लड़कों का बैंक अकाउंट ठगी की राशि शिफ्ट करने के लिए इस्तेमाल किया गया है। इससे हमें 8 से 9 लाख रुपए की राशि मिली है। उन्होंने बताया कि यह लोग एक रैकेट चलाते हैं जिसमें और भी लोग शामिल हैं। मामले में अभी अन्य लोगों की गिरफ्तारी होने की भी संभावना है।