नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी ने आज यानी रविवार को मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। हर बार की तरह उन्होंने कार्यक्रम के दौरान अपने विचार साझा किए। यह कार्यक्रम का 115वां एपिसोड था। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हर युग में कुछ चुनौतियों का सामना किया है। आज मन की बात में मैं ऐसे दो महानायकों की चर्चा करूंगा जिनमें साहस और दूरदर्शिता थी। देश ने उनकी 150वीं जयंती मनाने का फैसला किया है। 31 अक्टूबर से सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष की शुरुआत होगी। उन्होंने त्योहार से पहले लोगों से कई तरह की आदतें अपनाने के लिए कहा इनमें वोकल पर लोकल पर उन्होंने सबसे ज्यादा जोर दिया। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत को लेकर लोगों को प्रोत्साहित किया।
इस दौरान उन्होंने बताया कि 10 साल पहले कई बातें ऐसी थीं, जिनकी कल्पना करना मुश्किल था, लेकिन अब भारत उन्हें हासिल कर चुका है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अब एक सरकारी अभियान नहीं है, बल्कि यह लोगों के जीवन में शामिल हो चुका है। अब यह लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बन गया है।पीएम मोदी ने सभी देशवासियों से कहा कि त्योहारों के मौसम में आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करते हैं। वोकल फॉर लोकल के नारे को ध्यान में रखते हुए खरीदारी करें। उन्होंने कहा कि आपने अपने आसपास जो भी नया स्टार्टअप या इनोवेशन देखा है, उसकी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करें। मन की बात के इस एपिसोड में पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट के बारे में भी बताया। उन्होंने पहले डिजिटल अरेस्ट से जुड़ा एक ऑडियो सुनाया। इसके बाद उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट का शिकार हर वर्ग के युवा हो रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट करने वाले लोग आपके बारे में सारी जानकारी इकट्ठी करके रखते हैं और आपको डराकर आपसे पैसे ऐंठ लेते हैं। उन्होंने इससे निपटने के लिए तीन चरण बताए।
उन्होंने कहा रुका, सोचो और एक्शन लो। उन्होंने कहा कि ऐसा करके आप खुद को बचा सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि पहले की तुलना में देश के लोग फिटनेस के लिए काफी जागरुक हो गए हैं। हर जगह पार्क में लोग दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि 29 अक्टूबर को रन फॉर यूनिटी का आयोजन होगा। इसमें सभी लोग शामिल हों और एकता के साथ फिटनेस का मंत्र बांटे। उन्होंने अंत में बच्चों और पूरे परिवार को फिट रखने की पहल की। पीएम मोदी ने अंत में सभी से वोकल फॉर लोकल का मंत्र याद रखने की अपील की और त्योहारों की शुभकामनाओं के साथ मन की बात खत्म की। पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर के फिरदोसा जी का जिक्र किया, जिन्होंने अपने सुलेख के जरिए कश्मीर को नई पहचान दिलाई है। इसके अलावा उन्होंने सारंगी वादक और चेरियार पेंटिंग का भी जिक्र किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ के बुटलूराम माथरा जी के बारे में भी बताया, जो आदिवासियों की सभ्यता को बचाने का काम कर रहे हैं।