नई दिल्लीः विदेशों में रह रहे भारतीय गैंगस्टरों ने अब नया ठिकाना तलाश लिया है। अब तक ज्यादातर भारतीय गैंगस्टर कनाडा और खाड़ी देशों ये ऑपरेट कर रहे थे, लेकिन अब वो ठिकाना बदल रहे हैं। दुबई से डिपोर्ट किए गए लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटर ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि लारेंस बिश्नोई गैंग समेत भारत से वांटेड अपराधियों का नया ठिकाना अब अमेरिका बन रहा है। उन्होंने बताया कि भारत से फरार गैंगस्टर फर्जी पासपोर्ट पर डंकी रूट से अमेरिका में दाखिल हो रहे हैं।
दिल्ली के नजफगढ़ में डबल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद लॉरेंस गैंग के शार्प शूटर हर्ष उर्फ चिंटू ने पंजाब से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। मीडिया हर्ष उर्फ चिंटू के इस पासपोर्ट की कॉपी मौजूद है। 26 मार्च को पंजाब के जालंधर से ये पासपोर्ट जारी किया गया, पासपोर्ट में हर्ष का नाम प्रदीप कुमार लिखा हुआ है। हर्ष ने बताया कि ऐसे कई दूसरे गैंगस्टर भी अमेरिका जाने के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवा रहे हैं। हर्ष ने पूछताछ में बताया कि सबसे पहले उसने पंजाब से फर्जी पासपोर्ट बनवाया, फिर इसके बाद वो भारत से शारजहां गया। शारजहां से फिर बाकू गया और यहां से यूरोप के एक देश में गया। इसके बाद उसका प्लान था वो डंकी रूट से अमेरिका में दाखिल हो जाए।
गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई, रोहित गोदारा, मोंटी मान, पवन बिश्नोई यहां तक की लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एंटी गैंग के गैंगस्टर्स हिमांशु भाऊ समेत कई वांटेड क्रिमिनल फिलहाल अमेरिका में बैठे हुए ये सभी डंकी रूट से अमेरिका पहुंचे थे। अब अमेरिका में बैठ कर ये सभी गैंगस्टर्स भारत में ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। भारतीय एजेंसियों के लिए समस्या ये है कि अमेरिका किसी भी वांटेड क्रिमिनल को आसानी से भारत को सौंपने के लिए तैयार नहीं होता है।