
उतराखंडः कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए आज से 2 अगस्त तक दिल्ली-देहरादून हाईवे को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कांवड़ियों के लिए हाईवे पर दोनों ओर के रास्ते आरक्षित रहेंगे। 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने के बाद स्थानीय स्तर पर डायवर्जन प्लान लागू कर दिया गया था। मध्यम वाहनों पर 25 जुलाई से प्रतिबंध लगा दिया गया था। सावन का दूसरा सोमवार 29 जुलाई को है। कांवड़ियों की संख्या ऐसे में तेजी से बढ़ेगी। हरिद्वार से जल लेकर आने वालों के साथ ही दिल्ली-एनसीआर से कांवड़ लेने जाने वाले कांवड़ियों की संख्या में वृद्धि होगी।
इसे ध्यान में रखते हुए 29 जुलाई से NH-58 दिल्ली-दून हाईवे को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। मेरठ के एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र कुमार मिश्रा के अनुसार,दिल्ली-दून हाईवे पर सोमवार से जाने वाले वाहन अब निर्धारित डायवर्जन प्लान के अनुसार अपने गंतव्य की ओर बढ़ेंगे। डाक कांवड़ उमड़ने के साथ ही अब हाईवे पर ऑटो रिक्शा, विक्रम और ई-रिक्शा नहीं दौड़ सकेंगे। रविवार से कांवड़ मेला समाप्ति तक हाईवे पर यही व्यवस्था लागू रहेगी। हालांकि, पुलिस ने उत्तरी हरिद्वार की तरफ आने जाने के लिए शटल सेवा का इंतजाम जगह-जगह किया है।
कांवड़ मेले में अब डाक कांवड़ की भीड़ उमड़ रही है। सोमवार के बाद से हाईवे पर डाक कांवड़िये ही नजर आएंगे। हरिद्वार के अलावा नीलकंठ से लेकर गोमुख तक से कांवड़िये वापस लौटते हैं, ऐसे में पूरे हाईवे पर जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। ऑटो रिक्शा, विक्रम भी जाम की वजह बनते हैं। डाक कांवड़ की संख्या में बढ़ोत्तरी होने के साथ ही हाईवे पर अब ऑटो रिक्शा, विक्रम और ई-रिक्शा प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। शहर के अंदर सार्वजनिक परिवहन की सुविधा शिवमूर्ति चौक तक ही उपलब्ध है, उनकी वापसी तुलसी चौक से हो रही है।
चंडीघाट चौक से ऑटो रिक्शा, विक्रम अब हाईवे की तरफ नहीं भेजे जा रहे है, ऐसे ही शंकराचार्य चौक से आगे जाने की भी इजाजत नहीं है। उत्तरी हरिद्वार से आ रहे ऑटो रिक्शा, विक्रम केवल सर्वानंद घाट चौक तक ही आ-जा रहे हैं। ऐसे में अब यदि किसी को बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्थाई ऋषिकुल बस स्टैंड से उत्तरी हरिद्वार की तरफ जाना है तो उन्हें शटल सेवा से भेजा जा रहा है। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि हाईवे पर ऑटो, विक्रम और ई रिक्शा पर रोक लगा दी गई है।