
मुजफ्फरपुरः महाकुंभ के चलते कई लोग प्रयागराज संगम के लिए जा रहे हैं। इसी के चलते ट्रेनों में हद से ज्यादा भीड़ देखी जा सकती है। जिसके लिए रेलवे विभाग के कोई बढ़ियां प्रबंध नहीं दिख रहे हैं। मौनी अमावस्या पर तो लोग करोड़ों की तदाद में वहां पहुंचे थे। दूसरी और मौनी अमावस्या पर स्नान नहीं कर पाने पर मुजफ्फरपुर के एक वकील ने रेलवे से 50 लाख रुपए का हर्जाना मांगा है।
जानकारी देते हुए राजन झा ने बताया कि 27 जनवरी 2025 को प्रयागराज जाने के लिए मुजफ्फरपुर से स्वतंत्रता सेनानी ट्रेन के थर्ड एसी में तत्काल टिकट लिया था। एसी कोच के B3 में सीट संख्या 45, 46, 47 था। ट्रेन रात के 9 बजकर 30 मिनट पर चलने वाली थी, लेकिन मैं अपनी सास और ससुर के साथ मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर ढाई घंटे पहले यानी शाम 7 बजे पहुंच गया था। जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आई, तो जिस कोच में मेरी सीट थी, उसका दरवाजा अंदर से बंद था। प्लेटफॉर्म पर अन्य रेलवे यात्रियों की भी भीड़ थी, चारों और अफरातफरी का माहौल था। ज्यादातर लोग महाकुंभ स्नान में जाने के लिए प्लेटफॉर्म पर पहुंचे थे। रेलवे की बदइंतजामी की वजह से मैं और मेरा परिवार अपनी सीट तक नहीं पहुंच पाए।
राजन झा ने इस मामले में वकील एसके झा के जरिए रेलवे से हर्जाना मांगा है। इस मामले में वकील एसके झा ने बताया कि ‘ये उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत सेवा में कमी का मामला है, जो रेलवे की लापरवाही को दर्शाता है। राजन झा को अपने परिजनों के साथ मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए प्रयागराज जाना था, लेकिन ट्रेन की बोगी बंद रहने के कारण जा नहीं सके।’
वहीं उसने कहा कि इसी के चलते उसका काफी समय और पैसे बर्बाद हुए और रेलवे ने इसके लिए उन्हें कोई मुआवजा भी अदा नहीं किया जिसके चलते कोर्ट में याचिका दायर की गई है। उन्होंने कहा कि रेलवे के अधीक्षक को 15 दिन का नोटिस भेजा गया है। इसके बाद उन पर कानूनी कार्रवाई के लिए कोर्ट से अपील की जाएगी।