महाराष्ट्रः चुनावी नतीजों को लेकर 4 दिन बीत चुके हैं, लेकिन बीजेपी और शिवसेना में सीएम पद को लेकर रार छिड़ी हुई है। ऐसे में सीएम पद पर फैसला बीजेपी के पर्यवेक्षक करेंगे। हालांकि अभी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। बीजेपी आलाकमान शिंदे को साफ कर चुका है कि सीएम पद इस बार उनकी पार्टी के पास रहेगा। वहीं बीजेपी ने शिंदे को दो ऑफर दिए, पहला केंद्रीय मंत्री और दूसरा डिप्टी सीएम।
सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम का ऑफर ठुकराकर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इससे पहले अजित पवार बीजेपी के फडणवीस को सीएम बनाने की वकालत कर चुके हैं। हालांकि पवार की पलटीमार छवि के चलते बीजेपी शिवसेना को ही साधकर चल रही है। वह शिंदे को आंख नहीं दिखाना चाहती है कि क्योंकि शिंदे के पास 9 सांसद भी हैं जोकि केंद्र में मोदी सरकार बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी है।
एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को मुंबई में 2-3 कार्यक्रमों में शिरकत की, लेकिन उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी। पहले शिवसेना के नेता लगातार इस बात की वकालत कर रहे थे कि बीजेपी शिंदे को ही सीएम बनाए लेकिन बीजेपी के नाराजगी जताने के बाद शिंदे समर्थकों ने पलटी मार ली। अब खबरें सामने आ रही हैं कि शिंदे समर्थक बीजेपी आलाकमान के फैसले से सहमत होंगे।
सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे उदय सामंत को डिप्टी सीएम बना सकते हैं। उदय सामंत कोंकण की रत्नागिरी सीट से विधायक हैं। वे शिंदे के भरोसेमंद नेताओं में से एक हैं। इसके अलावा शिंदे बेटे श्रीकांत को भी डिप्टी सीएम बना सकते हैं। वे खुद की सीट से उन्हें चुनाव लड़ा सकते हैं और बेटे की खाली हुई सीट से सांसदी लड़कर स्वयं केंद्र में मंत्री बन सकते हैं। हालांकि यह सबकुछ आज क्लियर हो जाएगा।
बीजेपी कुल मिलाकर महाराष्ट्र की सियासत में किंग बनकर तो उभरी है लेकिन सीएम फेस को लेकर तनातनी बढ़ने के बाद वह हर कदम फूंक-फूंककर रख रही है। बीजेपी साम-दाम, दंड-भेद के जरिए केंद्र की मोदी सरकार भी बचाना चाहती है और महाराष्ट्र की सत्ता में किंग बनकर भी रहना चाहती है।