उन्नावः देश में आज कई नहरों व नदियों पर पुल बने हुए हैं जो जर्जर हालत में हैं और हादसों को बुलावा दे रहे हैं। वहीं ऐसा ही मामला उन्नाव से सामने आया है जहां, देश में ब्रिटिश कालीन के वक्त 1874 में बना पुल जर्जर अवस्था के कारण मंगलवार की सुबह अचानक गिरकर गंगा नदी में समा गया। गनीमत यह रही कि पुल वर्ष 2021 से बंद होने के कारण कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है।
पुल के गिरने से इलाके में हड़कंप मच गया। पुल की कोठियों में आई दरारों के कारण यातायात को रोकने के लिए प्रशासन ने पुल को पूरी तरह से बंद कर दिया था। कानपुर और उन्नाव जिले की सीमाओं को जोड़ने वाला यह पुल पहले ही काफी समय से अनुपयोगी था। जब यह पुल बंद किया गया था, तब उन्नाव और कानपुर जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए दोनों किनारों पर दीवारें और बैरिकेड्स लगवाए थे, ताकि कोई इस मार्ग का इस्तेमाल न कर सके।
हालांकि, इससे पहले कानपुर की ओर पुल को फिर से खोले जाने और उसे पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने के प्रयास चल रहे थे। प्रशासन इस दिशा में काम कर रहा था, लेकिन उससे पहले ही यह घटना घटित हो गई। सुबह अचानक जर्जर हो चुके पिलर के पास का एक हिस्सा भरभराकर गंगा नदी में गिर गया।
इस हादसे के बाद, जब कुछ लोग सुबह पुल पर पहुंचे और उसने टूटकर गंगा में गिरने का दृश्य देखा, तो उन्होंने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही स्थानीय लोगों और प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई।
अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुल के गिरने से आसपास के इलाकों में यातायात में बाधा आई है। इसके अलावा, कई स्थानीय लोग इस पुल के गिरने के कारण प्रभावित हुए हैं, क्योंकि यह पुल लंबे समय से उनके लिए एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग था।