लुधियानाः शहर में रोजाना हो रही लूटपाट की वारदातों से परेशान होकर देर रात शिव सेना नेताओं ने थाना सलेम टाबरी के बाहर धरना लगाकर प्रदर्शन किया। मामले की जानकारी देते हुए चड्ढा ने बताया कि फैक्टरी के कर्मियों से रोजाना हो रही लूटपाट के विरोध में यहां इकट्ठा हुए है। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर द्वारा भले ही इन लुटेरों और स्नेचरों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को काबू भी किया है। उन्होंने कहा कि बहादुर के रोड पर मिल के मालिक विवेक जैन और राजेश जैन है।
जहां उनकी पार्टी के जिला प्रधान दीपक राणा वहां पर मैनेजर के पद पर तैनात है। उन्होंने कहा कि वहां मिल के पास गली में कुछ मजदूर भाईयों के साथ कुछ शरारती अनंसरों द्वारा धक्केशाही करने की कोशिश की गई। उनके साथ हाथापाई करने की कोशिश की। इस दौरान उक्त मिल मालिक और जिला प्रधान ने उनका बीच-बचाव करना चाहा और पुलिस की मदद लेने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हमने भी उन्हें कहा कि इस मामले को लेकर पुलिस को मौके पर बुलाया जाए। उन्होंने कहा कि हमने दीपक को कानून अपने हाथ में ना लेने के लिए कहा। इस दौरान उन्होंने बस्ती योद्धा थाने के एसएचओ गुरदयाल को को सूचित किया।
इस दौरान उन्होंने थाना प्रभारी के साथ बातचीत की तो उन्होंने कहा कि थाना सलेम टाबरी का मामला है। जिसके बाद थाना सलेम टाबरी को सूचना दी गई। जिसके बाद उन्होंने कहा कि जब खुद उन्होंने थाने की पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने कहा कि उनके व्यक्ति ने उन्हें स्नेचिंग की वारदात बताकर गुमराह किया है। चड्ढा ने जब दीपक से बात की तो उन्होंने बताया कि दीपक ने उस पर हमले की बात कही है। शिवसेना नेता ने आरोप लगाए है कि पुलिस ने इस मामले की गहनता से जांच ना करते हुए दीपक राणे को धमकी दी गई और कहा कि वह उसे उठाकर थाने ले आएंगे।
जिसको लेकर अब यहां प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं दीपक राणा ने कहा कि पुलिस ने 4 से 5 शरारती अनंसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए उस पर ही कार्रवाई करने की धमकी दे दी। दीपक ने कहा कि उक्त इलाके में रोजाना शरारती अनंसरों द्वारा छीना झपटी शरारती अनसंरों द्वारा की जाती है और उनके साथ मारपीट की जाती है। इसी तरह देर शाम लेबर का कर्मी चाय पीने के नीचे आया तो उसके साथ कुछ शरारती अनंसरों ने मारपीट की ओर फोन छीनकर फरार हो गए। जिसके बाद दोबारा तेजधार हथियार के साथ युवक दोबारा आ गए। उन्होंने कहा कि वह कर्मियों से मारपीट के दौरान बीच बचाव की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने कहाकि थाने के प्रभारी को सूचना दी, लेकिन उनके द्वारा उन्हें ही गुमराह करने की धमकी दी गई।