लुधियानाः पंजाब में लोकसभा चुनाव 1 जून को होने जा रहे है। वहीं चुनावों से 2 दिन पहले खन्ना के गांवों में सरकारी राशन बांटने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। खन्ना के गांव टौंसा में मार्कफेड की तरफ से सरकारी राशन लोगों को बांटा जा रहा था। राशन बांटे जाने के समय आम आदमी पार्टी से संबंधित कुछ लोग वहां मौजूद थे, तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया।
ब्लाक समिति खन्ना के चेयरमैन सतनाम सिंह सोनी ने मौके पर पहुंच इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की। चुनाव आयोग की टीम ने तुरंत राशन बांटना रोका और इसकी रिपोर्ट सीनियर अधिकारियों को दी गई। एसडीएम एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारी डा. बलजिंदर सिंह ढिल्लों ने इसका कड़ा संज्ञान लेते हुए संबंधित एजेंसी मार्कफेड को नोटिस जारी किया है।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पूर्व मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली ने कहा कि, आम आदमी पार्टी लोगों को लालच देकर वोट लेना चाहती है। करीब ढाई साल से आटा-दाल योजना ठप पड़ी है। इसमें बड़ा घोटाला किया गया। घर-घर राशन पहुंचाने के नाम पर आंखों में धूल झोंकी गई। अब चुनाव आचार संहिता के बीच सरेआम सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करके गांवों में सरकारी गाड़ियां भेजकर राशन बंटवाया जा रहा है।
चुनाव आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। लोकल स्तर पर अधिकारियों की कार्यशैली की भी जांच होनी चाहिए। चेयरमैन सतनाम सोनी ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत एसडीएम और मार्कफेड के जिला मैनेजर से भी की है। इस मामले में एफआईआर होनी चाहिए। मार्कफेड डिपो खन्ना के मैनेजर गुरप्रीत सिंह ने माना कि चुनाव आचार संहिता के बीच राशन नहीं बांटा जा सकता। चूंकि मार्कफेड की तरफ से राशन वितरण का काम निजी कंपनी को सौंपा हुआ है। इसके चलते कंपनी के पास जो स्टाक बचा था उसे डिपो में भेजने की बजाय गलती से गाड़ी गांव में भेज दी गई। वहां राशन अभी बांटा नहीं जा रहा था।
उन्होंने गाड़ी वापस बुला ली थी। दूसरी तरफ सहायक रिटर्निंग अधिकारी डा. बलजिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि जैसे ही उनके पास सूचना आई तो एक टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया। राशन बांटने वाली एजेंसी को नोटिस निकालकर जवाब मांगा गया है। जिसके बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।