कपूरथला/चंद्रशेखर कालिया: पंजाब में विधानसभा चुनावों की घोषणा का बिगुल बजने वाला है। इसके लिए सभी पार्टियों ने अपना प्रचार पहले से ही शुरू कर रखा है। कुछ टिकट घोषित हो गए हैं,कुछ अभी बाकी भी हैं। जहां तक शिव सेना बाल ठाकरे का सवाल है,वह पंजाब में सरकार बनाने की कोशिश में हैं।शिव सैनिक भी इसमें कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और शिवसेना ठाकरे ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है। इसी के तहत शिवसेना बाल ठाकरे प्रदेश कार्यकारणी के पदाधिकारिओं की एक विशेष बैठक का आयोजन बीते दिनी अमृतसर में प्रदेश प्रधान योगराज शर्मा के नेतृत्व में किया गया।
इस बैठक में प्रदेश प्रवक्ता ओमकार कालिया, प्रदेश सीनियर उपप्रधान राजिंदर बिल्ला, यूथ विंग के पंजाब प्रधान संजीव भास्कर, प्रदेश सचिव गुरदीप सैनी उपस्थित हुए। ओमकार कालिया ने कहा कि इस बैठक में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों और पार्टी की गतिविधियों के बारे नेताओं व कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श किया गया। उन्होंने ने कहा कि प्रदेश प्रधान योगराज शर्मा ने शिवसैनिको से विधानसभा चुनाव के बारे में चर्चा की।
इस दौरान उन्होंने चुनाव में पार्टी की मजबूती के लिए और लोगों से संपर्क बनाने पर वर्करों को एकजुट होकर काम करने के लिए कहा।ओमकार कालिया ने कहा शिवसेना आज समाज सेवा का दूसरा नाम बन चुकी है,जो जनता की सभी प्रकार की समस्या का समाधन अपने समिति संसाधन से करती आयी है बालासाहेब द्वारा स्थापित शिवसेना के संविधान में 80 प्रतिशत समाज सेवा एवं 20 प्रतिशत राजनीति शामिल की गई। आज सभी जगह शिव सैनिक समाज सेवा की मिसाल बन चुके है, परन्तु अब पंजाब में भी शिवसेना को राजनीतिक पहचान दिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
आगामी वर्ष 2022 में होने वाले पंजाब विधान सभा चुनावो में शिव सेना बाल ठाकरे उस पार्टी से गठजोड़ करेगी जो बेरोजगारी दूर करेगी। कयुँकि बढ़ती बेरोजगारी समाज के लिए बड़ी चुनौती है। बेरोजगारी भत्ते के नाम पर युवाओं के साथ भद्दा मजाक किया गया है।कालिया ने कहा कि सरकारें आई और गईं, लेकिन महंगाई की मार झेल रही जनता को राहत नहीं मिल पाई।
कभी 50 रुपए प्रतिकिलो मिलने वाली दालें अब शतक लगा चुकी हैं। महंगाई कम करने के दावे तो होते हैं, लेकिन जनता महंगाई की मार से पिस रही है। वर्तमान में हर वस्तु महंगी है। कपड़े से लेकर खाद्य वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र में महंगाई कम करने का मुद्दा शामिल करने वाली पार्टी से ही गठजोड़ करेगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना राज्य में तीसरी शक्ति के रूप में स्थापित होने का प्रयास करेगी।