जालंधर, ENS: पंजाब प्रदूषण बोर्ड ने राज्य के बड़े शहरों में चल रहे सैलून के मालिकों को नोटिस भेजकर उनके द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण के बारे में जानकारी मांगी है। मामले की जानकारी देते हुए प्रदूषण बोर्ड के चेयरमैन प्रोफेसर आदर्श पाल विगन ने कहा कि आज के आधुनिक युग में सैलून में मेकअप और कटिंग करवाने के लिए लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिसके चलते सैलून में कलर के इस्तेमाल में होने वाली डाई और अन्य रसायन जल प्रदूषण फैला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में यह बात सुनकर शायद अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सच है कि कटे हुए बाल भी वायु प्रदूषण का कारण बन रहे हैं। प्रोफेसर ने कहा कि हमारी टीमों की ओर से अचानक सैलूनों में की गई चैकिंग दौरान ये आंकड़े सामने आए हैं। प्रोफेसर ने कहा कि फिलहाल हमने इन सैलून मालिकों से 2 सितंबर तक अपना पक्ष रखने के लिए कहा है।
जिसके तहत जब वे हमारे पास आएंगे तो उन्हें प्रदूषण से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सैलूर मालिकों को समझाया जाएगा कि वे जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण को रोकने में कैसे हमारी मदद कर सकते हैं।प्रोफेसर ने कहा कि अगर वह इसके बाद भी हमारे द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो इन सैलून के बिजली और पानी के कनेक्शन भी काटे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बालों को कलर करने के दौरान और काटने के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले ब्लेड तक भी प्रदूषण का कारण बनते है।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण बोर्ड पंजाब में प्रदूषण को खत्म करने के लिए विभिन्न स्रोतों पर कार्रवाई कर रहा है। प्रोफेसर ने बताया कि जब हमारे विभाग की टीमों द्वारा जालंधर, मोहाली, अमृतसर और लुधियाना के बीच सैलून में जाकर अचानक चैकिंग की गई तो ये बातें सामने आईं कि सैलून प्रदूषण फैलाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।