जालंधर, ENS: महानगर सहित पंजाब भर की अनाज मंडियों में आज से धान की सरकारी खरीद शुरू होने जा रही है। वहीं धान की खरीद से पहले सरकार आढ़तियों, मजदूरों और शेलर मालिकों को मनाने में विफल रही। जिसके चलते आज आढ़ती एसोसिएशन हड़ताल पर जाने के अपने फैसले पर अड़ी हुई है। इसके अलावा शेलर मालिक भी धान नहीं उठाने के अपने फैसले पर अड़ी हुई है। आढ़तियों और शेलर मालिकों की हड़ताल के बीच धान की खरीद पर बड़ा असर पड़ेगा।
वहीं मामले की जानकारी देते हुए स्वर्ण सिंह पंढेर ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा आज से खरीद शुरू हो रही है। उन्होंने कहा कि लेकिन खरीद शुरू होने से पहले आढ़ती नाराज चल रहे है। पंढेर ने कहा कि वह खुद चाहते ही सरकार धान की खरीद शुरू करें और मंडियों में किसानों को परेशान ना किया जाए। पंढेर ने कहा कि बासमती की अंतराष्ट्रीय मांग काफी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि वह चाहते है कि केंद्र और पंजाब सरकार मिलकर धान और बासमती की खरीद को लेकर ध्यान दें। पंढेर ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार इस मसले पर गंभीर नहीं दिखाई दे रही। उन्होंने कहाकि पंजाब सरकार को कोशिश करनी चाहिए क्योंकि इनका काम प्रचेज करना है। वहीं मिलर केंद्र से जो स्पेस की मांग कर रहे है, वह उन्हें दिलानी चाहिए।
क्योंकि लिफ्टिंग में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज शाम तक पटियाला में धान की खरीद को लेकर रिपोर्ट आ जाएंगी। उन्होंने कहा कि माझा की मंडियों में धान की खरीद को लेकर कुछ बात सामने आई थी, जोकि दाम मूल्य से कम दाम में बिका। वहीं उन्होंने कहा कि जालंधर और आस पास में दो दिन में धान की कटाई शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार 1 अक्टूबर से खरीद की जो बात कर रही है ऐसे में उन्हें अपनी व्यवस्था को लेकर तैयारियां मुक्कमल कर लेनी चाहिए। वहीं प्रदूषण को लेकर पंढेर ने कहाकि अकेले 2 प्रतिशत किसानों को टारगेट क्यों किया जाता है। उन्होंने कहा कि 5 से 15 हजार की मशीनरी देने का ऐलान किया गया है, लेकिन अभी तक उन्हें मिली नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण में 51 प्रतिशत इंडस्ट्री जिम्मेदार है, लेकिन उस पर कोई बात नहीं होती।
पंढेर ने कहा कि उन्हें लगता है कि पराली जलाने की समस्या कम है, लेकिन राजनीतिक समस्या ज्यादा लग रही है। बता दें कि इस समस्या का समाधान निकालने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सुबह 11 बजे आढ़तियों के साथ बैठक बुलाई है। फेडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन पंजाब के नेता अमनदीप सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार ने उन्हें बैठक के लिए बुलाया है। इस बैठक में उनका 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भाग लेगा। डिप्टी कमिश्नर भी सोमवार को अमृतसर मंडी आए थे, लेकिन उन्होंने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे धान उठाने को राजी नहीं होंगे। पंजाब की सभी अनाज मंडियों में 50,000 से ज़्यादा कमीशन एजेंट (आढ़ती) और 8 लाख मज़दूर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं। आढ़तियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया है क्योंकि वे कमीशन दरों में संशोधन की मांग कर रहे हैं।