स्मार्ट सिटी के कई प्रोजैक्ट में घोटाले की शिकायत पीएम दरबार पहुंची
सभी आरोप बेबुनियाद, किसी भी प्रौजेक्ट में कोई घोटाला नहीं हुआः करनेश शर्मा
जालंधर/अनिल वर्मा/वरुण अग्रवाल। जालन्धर में स्मार्ट सिटी के नाम पर चल रहे करोड़ों का विकासकार्य में आईएएस अधिकारी एवं स्मार्ट सिटी प्रौजेक्ट जालन्धर के सीईओ करनेश शर्मा के खिलाफ आज कांग्रेसी नेता सुदेश विज ने कई सनसनीखेज आरोप लगाकर देश के प्रधानमंत्री कार्यलय को जांच करने के लिए पत्र भेजा है। आज पंजाब प्रैस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सुदेश विज ने कहा कि जालन्धर के चार बड़े विभागों की कमान आईएएस अधिकारी करनेश शर्मा के हाथ है। जिसमें नगर निगम, जेडीए, इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट और स्मार्ट सिटी प्रौजेक्ट शामिल हैं। इन सभी विभागों में सबसे अधिक घोटाले स्मार्ट सिटी प्रौजेक्ट के जरिए किए गए।
शहर की कई सड़कों के बिल दो-दो बार पास किए गए। इसका खुलासा खुद जालन्धर के मेयर जगदीश राजा एवं पार्षद जसलीन सेठी ने किया। नामदेव चौंक की सर्विस रोड का टैंडर नगर निगम के हाऊस से मंजूर हुआ और बिल भी पास हुआ मगर लालचवश इस सड़क को स्मार्ट सिटी प्रौजेक्ट में भी शामिल कर लिया गया तांकि इसका बिल स्मार्ट सिटी से भी क्लियर करवा लिया जाए। खुलासा होने के बाद भी किसी अधिकारी के खिलाफ कोई कारवाई नहीं हुई। जबकि नगर निगम को करोड़ों का चूना लगाने वाले बीएंडआर विभाग के पूर्व एसई कुलविंदर सिंह तथा लखविंदर सिंह को स्मार्ट सिटी में रखा गया।
सतलुज दरिया से पानी जालन्धर पहुंचाने के लिए एलएंडटी कम्पनी को दिए करोडो के ठेके पर भी कई खुलासे किए। सुदेश विज ने कहा कि पूरे शहर की सड़कों को एक साथ खोद दिया गया और जल्दबाजी में सभी पाईपें खरीद ली गई मगर इन पाईपों को रखने के लिए कम्पनी ने कोई इंतजाम नहीं किया और सभी पाईपें सड़कों पर ही रखी गई है जिससे ट्रैफिक की वजह से हादसें हो रहे है।
इसके बाद विज ने एलईडी प्रौजेक्ट पर भी सवाल उठाए उन्होने कहा कि पूरे शहर में 44 करोड़ की लागत से 65 हजार स्ट्रीट लाईटे लगाई गई। प्रत्येक लाईट 1650 रुपये के हिसाब से खरीदी गई जबकि इसकी बाजारी कीमत 650 रुपये है।
हालांकि किसी भी मामले में सुदेश विज कोई भी सबूत नहीं पेश कर पाए। उन्होने कहा कि उन्होने जेडीए तथा स्मार्ट सिटी के तहत हुए सभी कामों के दस्तावेज हासिल करने के लिए आरटीआई दायर की गई है जल्द ही इसका खुलासा तथ्यों सहित किया जाएगा।
जो भी आरोप सुदेश विज द्वारा लगाए जा रहे हैं वह निराधार है। जबकि किसी भी मामले में कोई घोटाला नहीं हुआ। स्ट्रीट लाईट का प्रोजैक्ट चंडीगढ़ से अप्रूवड हुआ उसमें पांच साल की मेनटेनस, वायर, ब्रैके्टस तथा लेबर चार्जस शामिल है। सतलुज दरिया का पानी जालन्धर लाने के लिए खरीदी गई पाईपे सीवरेज बोर्ड द्वारा खरीदी गई। जो सड़कें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तैयार की गई उनमें क्वालिटी को लेकर कोई भी समझौता नहीं किया गया।
करनेश शर्मा (आईएएस)
निगम कमिशनर एवं स्मार्ट सिटी सीईओ