बेरूत। सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के घुसने और राष्ट्रपति बशर-अल असद के देश छोड़कर भागने संबंधी दावों के बीच संभवत: असद परिवार के 50 साल के शासन का अंत हो गया। सीरियाई विपक्षी युद्ध निगरानी संस्था के प्रमुख ने दावा किया कि असद देश छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं। जिसके बाद सीरियाई लोग दमिश्क स्थित राष्ट्रपति भवन में घुस गए और असद महल से सामान लूट लिया।
इसका एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि बड़ी संख्या में लोग राष्ट्रपति के महल में घुस गए हैं और वहां से सामान और कपड़े तक चुराकर अपने साथ ले जा रहे हैं। लोगों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी नजर आ रही हैं। इन तस्वीरों ने श्रीलंका और अफगानिस्तान की याद दिला दी। 2022 में श्रीलंका में इसी तरह से प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन और पीएम हाउस में डेरा डाल दिया था। इसी तरह तालिबान ने जब अफगानिस्तान की सत्ता हासिल की थी तो तालिबानी समर्थकों ने राष्ट्रपति अशरफ के भवन में जाकर लूटपाट की थी।
‘सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ के रामी अब्दुर्रहमान ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि असद ने रविवार तड़के दमिश्क से उड़ान भरी। सीरियाई विद्रोहियों के दमिश्क में घुसने की घोषणा के बीच अब्दुर्रहमान ने यह जानकारी दी। राजधानी के निवासियों को गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें सुनाई दी हैं। सीरिया में युद्ध के दौरान असद के मुख्य समर्थक रहे ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने खबर दी कि असद राजधानी छोड़ चुके हैं। सीरियाई लोगों की भीड़ दमिश्क के चौहारों पर जश्न मनाने के लिए एकत्र हुई, उसने असद विरोधी नारे लगाए और कार के हॉर्न बजाए। कुछ इलाकों में जश्न में गोलियां भी चलाई गईं।
विद्रोहियों ने 27 नवंबर से शुरू हुए हमलों के बाद से अलेप्पो और हामा शहरों के साथ-साथ दक्षिण के बड़े हिस्से पर पहले ही कब्जा कर लिया था। दमिश्क में विद्रोहियों के पहुंचने से पहले शनिवार को सीरियाई सेना दक्षिणी सीरिया के ज्यादातर हिस्सों से पीछे हट गई जिसके कारण दो प्रांतीय राजधानियों समेत देश के अधिकांश क्षेत्र विपक्षी लड़ाकों के नियंत्रण में आ गए।